आज अष्टमी का दिन है और दुर्गोत्सव जारी है. दशहरा की तिथि को लेकर बनी दुविधा को स्पष्ट किया गया है. आज सुबह कन्या पूजन और बंगाली समुदाय में कुमारी पूजन संपन्न हुआ. अब से कुछ ही देर बाद संदी पूजा की शुरुआत होगी, जो अष्टमी के अंतिम 24 मिनट और नवमी के शुरुआती 24 मिनट के संगम पर होती है. यह माँ शक्ति के चामुंडा रूप के प्राकट्य का शुभ मुहूर्त है. महापूजा में स्नान, यज्ञ, अर्चना और बलि का विशेष महत्व है.