एजबेस्टन टेस्ट में भारतीय टीम की जीत के हीरो आकाशदीप रहे. उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों का दम निकालते हुए 10 विकेट लेकर टीम इंडिया को 336 रन से जीत दिलाई. जसप्रीत बुमराह के रिप्लेसमेंट के तौर पर प्लेइंग 11 में शामिल किए गए आकाशदीप ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया. उन्होंने इस जीत को अपनी बड़ी बहन, अखंडज्योति को समर्पित किया, जो कैंसर से जूझ रही है. आकाशदीप ने कहा, "मेरी बहन पिछले दो महीनों से कैंसर से जूझ रही है. अब उसकी हालत स्थिर है और वो ठीक है."
भाई और पिता को खो चुके हैं
बिहार के सासाराम के रहने वाले आकाशदीप ने अपनी जिंदगी में कई संघर्षों का सामना किया. साल 2015 में उनके पिता और भाई की मौत के बाद आकाशदीप दोराहे पर थे. उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें? ऐसे में, बड़ी बहन अखंडज्योति उनका सहारा बनीं. उन्होंने आकाशदीप से क्रिकेट खेलते रहने के लिए कहा.
अब जब आकाशदीप ने इतना बड़ा कारनामा किया है तो उन्होंने कहा, "मैं जब भी बॉल पकड़ रहा था तो मेरी बहन का चेहरा सामने आ रहा था. मैं ये मैच उसे समर्पित करना चाहता हूं." उनके इस लाजवाब परफॉरमेंस से पूरा देश खुश है, लेकिन सबसे ज्यादा उनकी बहन खुश है.
क्रिकेट का उभरता सितारा
आकाशदीप को बिहार क्रिकेट संघ पर बैन की वजह से उन्हें बंगाल का रुख करना पड़ा. 2019 में बंगाल के लिए पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला और उसी साल लिस्ट ए और टी 20 फॉर्मेट में भी डेब्यू किया. आकाशदीप आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेल चुके हैं और इस साल लखनऊ सुपरजाइंस की टीम का हिस्सा थे. वे लोअर ऑर्डर में बल्लेबाजी भी कर लेते हैं और बड़े शॉट लगाने में माहिर हैं.
आकाशदीप ने 10 विकेट लेकर साबित कर दिया कि टीम इंडिया की गेंदबाजी के आसमान में एक नया सितारा उभर चुका है. उन्होंने कहा, "हम अपने प्लान के साथ मैच में जाते हैं और अपनी चीजें करने की कोशिश करते हैं तो हमारे लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होती है." आकाशदीप ने इंग्लैंड में किसी टेस्ट मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज कर लिया है.