पूर्व भारतीय क्रिकेटर निखिल चोपड़ा (Nikhil Chopra)आज अपना 48वां जन्मदिन मना रहे हैं. वह राइट हैंड बेट्समेन और राइट हैंड के ऑफब्रेक गेंदबाज थे. अपने करियर में उन्होंने 39 वन डे और एक सिंगल टेस्ट खेले हैं. वह 1999 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे. क्रिकेट की दुनिया में ये उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है.
48 साल के निखिल चोपड़ा का जन्म आज ही के दिन साल 1973 में उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में हुआ था. उनके क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी सफलता की बात की जाए तो वह यह है कि वे 1999 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे. इसके अलावा उनके खाते में और कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. इसका कारण यह है कि उन्होंने भारत के लिए ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला.
1998 में खेला था करियर का पहला ओडीआई मैच
निखिल ने करियर का पहला ओडीआई मैच 28 मई 1998 को मालदीव के खिलाफ खेला था. 3 साल बाद ही निखिल का एकदिवसीय करियर खत्म हो गया. वह पिंच-हिटर की भूमिका निभा सकते था या पारी के अंत में कुछ तेज रन जोड़ने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता था. वन डे मैचों में भारत के लिए 26 पारियों में, उन्होंने 15.50 के औसत से 310 रन बनाए, जिसमें 61 का उच्चतम स्कोर भी शामिल था.
निखिल चोपड़ा ने खेला एकमात्र टेस्ट मैच
चोपड़ा एक बहुत ही उपयोगी गेंदबाज थे, जिनका लाइन और लेंथ पर अच्छा नियंत्रण था. उनके पास अच्छी वेरिएशन थीं, लेकिन वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में अपनी छाप नहीं छोड़ सके. 2000 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट खेला, उन्होंने 78 रन देकर 24 ओवर फेंके और बिना विकेट लिए रहे.
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