इस नीलामी का सबसे बड़ा आकर्षण ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन रहे. कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने उन्हें 25.2 करोड़ रुपए में खरीदकर आईपीएल इतिहास का सबसे महंगा विदेशी क्रिकेट प्लेयर बना दिया. ग्रीन के लिए पहले राजस्थान रॉयल्स और फिर चेन्नई सुपर किंग्स के बीच जोरदार बोली देखने को मिला. आखिर में कोलकाता ने ऑक्शन में सबसे ज्यादा बोली लगाकर कैमरून को इस IPL KKR की टीम का हिस्सा बना लिए है.
खिलाड़ी को कितनी मिलेगी असली रकम
हालांकि कैमरून ग्रीन पर 25.2 करोड़ रुपए की बोली लगी है, लेकिन उन्हें पूरी रकम नहीं मिलेगी. आईपीएल के नए नियमों के अनुसार, मिनी ऑक्शन में कोई भी विदेशी खिलाड़ी अधिकतम 18 करोड़ रुपए ही कमा सकता है. यह नियम आईपीएल प्लेयर रेगुलेशन 2025–27 के तहत पहले ही सभी फ्रेंचाइजी को बता दिया गया था. इस नियम का मकसद IPL में विदेशी खिलाड़ियों की कमाई पर नियंत्रण रखना है.
आईपीएल में अक्सर देखा गया है कि मिनी ऑक्शन के वक्त विदेशी खिलाड़ियों पर रिकॉर्ड तोड़ बोली लगती है. इससे भारतीय खिलाड़ियों की वैल्यू पर असर पड़ता है. इसी को ध्यान में रखते हुए BCCI और IPL प्रबंधन ने यह नियम इस साल से लागू कर दिया है. इसका साफ मकसद है कि भारतीय खिलाड़ियों का महत्व घरेलू क्रिकेट खेलों में बना रहे और विदेशी खिलाड़ी सिर्फ मोटी रकम के लिए मिनी ऑक्शन का इंतजार न करें.
इन टीमों के पास है सबसे ज्यादा बजट
इस मिनी ऑक्शन में कुछ टीमों के पास काफी बड़ा पैसों से भरा पर्स मौजूद है. वहीं कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स सबसे ज्यादा बजट वाली टीमों में शामिल हैं. मुंबई इंडियंस के पास सिर्फ 2.75 करोड़ रुपए बचे हैं, इसलिए वह केवल कुछ अनकैप्ड खिलाड़ियों को बेस प्राइस पर खरीद सकती है. बड़े पर्स वाली टीमों को खुलकर बोली लगाने की आजादी मिली हुई है.
इस ऑक्शन में कई अनकैप्ड घरेलू खिलाड़ी भी चर्चा में हैं. फ्रेंचाइजी ऐसे युवा खिलाड़ियों को तलाश रही हैं जो भविष्य में टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकें. कम कीमत में अच्छे खिलाड़ी मिलना टीमों की रणनीति का अहम हिस्सा है.
यह मिनी ऑक्शन सभी टीमों के लिए बेहद अहम है, क्योंकि इसी के आधार पर आईपीएल 2026 की टीमों की ताकत तय होगी. कुछ टीमें अनुभव पर भरोसा कर रही हैं, तो कुछ युवा खिलाड़ियों पर दांव लगा रही हैं.
ये भी पढ़ें