Humanoid Robots Played Soccer: अब रोबोट्स खेल रहे फुटबॉल! चीन में हुआ पहला टूर्नामेंट... देखते ही बन रहा था लोगों का उत्साह

पहली बार चीन में चार ह्यूमनॉइड रोबोट टीमों के बीच फुटबॉल गेम खेला गया. ये टीमें पूरी तरह से खुद खेल रही थीं.

Humanoid Robots Playing Football (AI Generated Image)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 30 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST

दुनियाभर में फुटबॉल के दीवाने हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं फुटबॉल के एक अनोखे गेम के बारे में जो चीन में आयोजित किया गया. जी हां, हाल ही में, पहली बार चीन में चार ह्यूमनॉइड रोबोट टीमों के बीच फुटबॉल गेम खेला गया. ये टीमें पूरी तरह से खुद खेल रही थीं. दिलचस्प बात यह है कि पिछले कुछ सालों में चीन की पुरुष फुटबॉल टीम को लेकर लोगों का उत्साह कम हुआ है. 

लेकिन बीजिंग में आयोजित ह्यूमनॉइड रोबोट्स की इस अनोखी प्रतियोगिता में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था. चार ह्यूमनॉइड रोबोट टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ पूरी तरह ऑटोनॉमस 3-ऑन-3 फुटबॉल मैच खेले. यह आयोजन चीन में अपनी तरह का पहला था और अपकमिंग World Humanoid Robot Games की एक झलक भी पेश करता है. 

बिना इंसानी मदद के खेल रहे थे रोबोट्स 

यह आयोजन पूरी तरह AI-कंट्रोल्ड था और इसमें किसी तरह का इंसानी हस्तक्षेप नहीं था. आयोजकों के अनुसार, इस मैच की सबसे खास बात यह थी कि सभी रोबोट्स ने बिना किसी मानवीय कंट्रोल के, सिर्फ  AI द्वारा संचालित रणनीतियों के आधार पर खेला. 

AP की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्नत विज़न सेंसर की मदद से रोबोट्स गेंद को पहचान पा रहे थे और मैदान पर फुर्ती से दौड़ रहे थे. ये रोबोट्स इस तरह से डिज़ाइन किए गए थे कि गिरने के बाद स्वयं खड़े हो सकें. हालांकि, कुछ रोबोट्स को स्टाफ  स्ट्रेचर पर उठाकर मैदान से बाहर लेकर गया, जिससे मैच और भी वास्तविक लगा. 

स्पोर्ट्स के जरिए रोबोट्स की टेस्टिंग

चीन में AI से चलने वाले ह्यूमनॉइड रोबोट्स के विकास को तेज़ करने के लिए खेलों को टेस्टिंग ग्राउंड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है- चाहे वह मैरेथन हो, बॉक्सिंग हो या फुटबॉल. Booster Robotics के संस्थापक और CEO चेंग हाओ ने AP से कहा कि इस तरह की खेल प्रतियोगिताएं एल्गोरिदम और हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर सिस्टम दोनों के विकास को गति देती हैं.

वह भविष्य में इंसानों के साथ रोबोट्स को फुटबॉल खेलने की व्यवस्था कर सकते हैं. ऐसे मैच में जीत-हार का कोई मतलब नहीं होगा, लेकिन असली ऑफेंसिव और डिफेंसिव खेल देखने को मिलेगा. इससे लोग रोबोट्स पर भरोसा करना शुरू करेंगे और समझेंगे कि ये सुरक्षित हैं. 

हर यूनिवर्सिटी ने अपने AI एल्गोरिदम बनाए

Booster Robotics ने चार यूनिवर्सिटी टीमों को हार्डवेयर उपलब्ध कराया, लेकिन हर यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम ने अपने-अपने एल्गोरिदम विकसित किए. फाइनल मैच में Tsinghua University की THU Robotics टीम ने China Agricultural University की Mountain Sea टीम को 5-3 से हराकर चैंपियनशिप जीत ली. 

आपको बता दें कि चीन की पुरुष फुटबॉल टीम अब तक सिर्फ एक बार फीफा वर्ल्ड कप में पहुंच पाई है और अगले साल कनाडा, अमेरिका और मैक्सिको में होने वाले विश्व कप से पहले ही बाहर हो चुकी है. वहीं, ये ह्यूमनॉइड रोबोट टीमें तकनीक के दम पर दर्शकों को रोमांचित कर रही हैं. 

यह प्रतियोगिता सिर्फ एक तकनीकी प्रदर्शन नहीं थी, बल्कि भविष्य के खेलों की एक झलक भी थी. भविष्य में इंसान और रोबोट साथ खेलते नजर आ सकते हैं. AI सिर्फ स्क्रीन में नहीं, मैदान पर भी अपनी जगह बना रहा है. 

 

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