टी20 के आविष्कार ने जेंटलमेन्स गेम क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा की परीभाषा को बदल दिया है. अब खिलाड़ी नए-नए जोखिम उठाकर शॉट्स खेलते हैं. हाथों की अनूठी पोज़ीशन के साथ गेंद फेंकते हैं. और फील्डिंग में भी कई तरह के करतबों से एक-एक रन बचाते हैं. इन्हीं करतबों में से एक है खिलाड़ियों का कैच पकड़ने की कोशिश में बाउंड्री से बाहर जाना और फिर अंदर लौटकर कैच को पूरा करना.
खेल के बदलते परिदृश्य और नए नियमों की ज़रूरत हालांकि अब आईसीसी ने इस तरह के कैच को बैन करने का फैसला किया है. वह कौनसा कैच था जिसने आईसीसी के इस फैसले को प्रभावित किया और आईसीसी के नए नियम क्या कहते हैं, आइए जानते हैं.
नेसर का कैच, जिसने बटोरीं सुर्खियां
ऑस्ट्रेलिया की फ्रेंचाइजी टी20 लीग 'बिग बैश लीग' (Big Bash League) में माइकल नेसर ने 2023 में बाउंड्री के दोनों छोरों पर उछल-कूद करके एक कैच को अंजाम दिया था. यह कैच अनूठा इसलिए था क्योंकि नेसर ने पहले बाउंड्री के इस पार रहकर गेंद को पकड़ा, उसे हवा में उछाला और फिर दौड़ते हुए बाउंड्री के उस पार चले गए.
गेंद सीमा रेखा से बहुत दूर जा चुकी थी. ऐसे में नेसर गेंद को बाउंड्री के अंदर रहकर नहीं पकड़ सकते थे. नेसर ने बाउंड्री के बाहर से ही कूदकर, ज़मीन को छुए बिना गेंद को मैदान के अंदर धकेला और वापस सीमा रेखा के इस ओर आकर कैच को पूरा कर लिया. इसे समझने के लिए यह वीडियो देखिए.
क्या कहते हैं नए नियम?
नेसर से पहले मार्क रेनशॉ भी बीबीएल 2020 में ऐसा कर चुके थे. कैच पकड़ने के इस तरीके को लेकर खिलाड़ियों में मतभेद था. कुछ इसका समर्थन करते थे, जबकि कुछ को लगता था कि यह खेल के नियमों को तोड़ने-मरोड़ने के बराबर है. उस समय खेल के नियम भी कैच पकड़ने के इस तरीके का समर्थन करते थे, लेकिन अब आईसीसी और क्रिकेट के नियम बनाने वाला मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (MCC) इन नियमों को बदलने के लिए मजबूर हो गया है.
इस साल की शुरुआत में आईसीसी क्रिकेट समिति ने एमसीसी से इस कानून की समीक्षा करने के लिए कहा था. दोनों निकायों ने नए कानून पर मिलकर काम किया है. आईसीसी ने दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड्स को जो नोट भेजा है उसमें कहा गया है कि मौजूदा नियम के कारण "कुछ शानदार" देखने को मिली है, लेकिन इसके कारण "कुछ असामान्य दिखने वाले कैच" भी देखने को मिले. ये ज्यादातर क्रिकेट प्रेमियों को अनुचित लगे.
एमसीसी ने इस नोट में नेसर के कैच का जिक्र करते हुए लिखा कि भले ही यह कानून के दायरे में था, लेकिन वह 'कुछ ज़्यादा आगे निकल गए थे.' एमसीसी ने कहा है कि अगर कोई फील्डर बाउंड्री के बाहर जाता है और गेंद से संपर्क बनाने के लिए उछलता है, तो उसका अगला कदम खेल के मैदान में होना चाहिए, वरना बाउंड्री मानी जाएगी. एमसीसी ने अपने नोट में कहा है कि बाउंड्री के बाहर रहकर गेंद को एक से ज्यादा बार छूने की अनुमति नहीं होगी.
दो फील्डर कैच करें तो भी दोनों का अंदर रहना ज़रूरी
एमसीसी के नोट में यह भी साफ किया गया है कि अगर दो खिलाड़ी मिलकर बाउंड्री पर कैच पकड़ते हैं तो दोनों का बाउंड्री के अंदर रहना ज़रूरी है. यानी अगर एक खिलाड़ी गेंद को लपकता है और उसे हवा में उछालकर दूसरे खिलाड़ी के हवाले कर देता है, तो भी उसे कैच पूरा होने से पहले बाउंड्री के अंदर आना होगा.
ICC की खेल स्थितियों को नए डब्ल्यूटीसी चक्र के साथ ही लागू कर दिया जाएगा. यह 17 जून को गॉल में श्रीलंका बनाम बांग्लादेश के साथ शुरू होगा, कानून स्वयं अक्टूबर 2026 से प्रभावी होगा, जब परिवर्तनों का अगला दौर लागू होगा.