कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है. आज भारत को दूसरा गोल्ड मिला है. वेटलिफ्टिंग इवेंट्स में भारतीय खिलाड़ियों का जलवा कायम है. दरअसल भारत को दूसरा गोल्ड मेडल भी वेटलिफ्टिंग से ही मिला है. वेटलिफ्टिंग इवेंट्स में भारतीय खिलाड़ियों का जलवा बरकरार है. मेन्स वेटलिफ्टिंग के 67 किलो कैटेगरी में जेरेमी लालरिनुंगा ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है. चलिए आज इस मौके पर हम आपको उनके व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताते हैं.
कौन हैं वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा?
मात्र 19 साल की उम्र में इतिहास रचने वाले जेरेमी लालरिनुंगा आइजोल , मिजोरम (Mizoram) के रहने वाले हैं. 26 अक्टूबर 2002 को मिजोरम के आइजोल में जन्मे जेरेमी भारत के सबसे यंग होनहार खिलाड़ियों में से एक हैं. जेरेमी में कॉमनवेल्थ 2022 में भारत को दूसरा गोल्ड दिलाया है. उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम करने के लिए स्नैच में 140 और क्लीन एंड जर्क में 160 KG वेट उठाया.
जेरेमी की कामयाबी पर झूम उठा पूरा देश
जेरेमी की इस कामयाबी से पूरा देश खुशी से झूम उठा. मीराबाई चानू के गोल्ड जीतने के बाद पूरे देश को इंतजार था, दूसरे गोल्ड का, और ये चमत्कार कर दिखाया मात्र 19 साल के जेरेमी ने. जेरेमी की इस जीत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी काफी खुश हैं. पीएम ने कहा, "जिन्होंने अपने पहले राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता है और साथ ही एक अभूतपूर्व राष्ट्रमंडल खेल रिकॉर्ड भी बनाया है. छोटी सी उम्र में उन्होंने अपार गौरव और महिमा लाई है. उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं."
बॉक्सर थे जेरेमी के पिता
आप में से शायद बहुत कम लोगों को ये बात मालूम है पर वेटलिफ्टिंग के गोल्डन बॉय जेरेमी के पिता बॉक्सर थे. जेरेमी लालरिनुंगा के पिता का नाम लालमैथुआवा है. लालमैथुआवा नेशनल लेवल के बॉक्सर थे. ऐसा नहीं है कि जेरेमी ने हमेशा से वेटलिफ्टर बनने का सोचा था, शुरुआत में जेरेमी अपने पिता से बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लेते थे.
भारतीय सेना में नायब सूबेदार हैं जेरेमी
हालांकि धीरे-धीरे उन्हें वेटलिफ्टिंग में मजा आने लगा और उन्होंने 10 साल की उम्र से वेटलिफ्टिंग शुरू कर दी. जेरेमी ने शुरुआत में कोच विजय शर्मा से ट्रेनिंग ली और फिर बाद में पुणे के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग लेने चले गए. जेरेमी के बारे में एक खास बात ये भी है कि ये भारतीय सेना में नायब सूबेदार भी हैं.
यूथ ओलंपिक में भी जीता था गोल्ड
साल 2018 में यूथ ओलंपिक में भी जेरेमी लालरिनुंगा ने गोल्ड जीता था. इसके अलावा वो 2021 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. महज 15 साल की उम्र में युवा ओलंपिक में उन्होंने 274 KG (124 KG + 150 KG) वजन उठाया था और गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. उस वक्त जेरेमी ने अपने नाम एक रिकॉर्ड भी किया था. वह बर्मिंघम में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के पहले पुरुष एथलीट हैं.