Paul Van Meekeren: पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय से क्रिकेट वर्ल्ड कप हीरो तक का सफर, जानिए नीदरलैंड के इस तेज गेंदबाज की कहानी

नीदरलैंड के तेज गेंदबाज, पॉल वैन मीकेरेन को उबर ईट्स के लिए डिलीवरी बॉय के रूप में काम करना पड़ा था. क्योंकि 2021 टी20 विश्व कप, जो मूल रूप से 2020 के अक्टूबर-नवंबर में खेला जाना था, कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था.

Paul Van Meekeren
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 13 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST
  • कभी फुटबॉल खेलना चाहते थे पॉल 
  • साल 2013 में डच टीम में हुए शामिल 

विश्व कप 2023 में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद यह पुराना ट्वीट वायरल हो गया है. जोमैटो ने पॉल की तस्वीर के साथ ट्वीट का इस्तेमाल किया और कहा, "सपने देखने वाले कभी डिलीवरी करना बंद नहीं करते." दिलचस्प बात यह है कि जब पॉल ने पोस्ट पर ध्यान दिया, तो उन्होंने जवाब दिया, "ऑलवेज डेलिवरिंग," और पोस्ट में ज़ोमैटो को टैग किया. 

कभी फुटबॉल खेलना चाहते थे पॉल 
पॉल वैन मीकेरेन की एम्स्टर्डम के बाहरी इलाके हार्लेम में रूड एन विट क्लब की यादें तब से हैं जब वह तीन साल के थे. उनके पिता, जिनका नाम भी पॉल था, डच राजधानी के समुद्र तट से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्लब में खेलते थे.
जूनियर वैन मीकेरेन को पुराने शैली के क्रिकेट स्कोरबोर्ड के पास पेड़ों के नीचे बैठकर खेल देखना याद है. वहीं से क्रिकेट खेलना शुरु हुआ.

उन्होंने हाल ही में अल जज़ीरा को बताया, "जब मैं 11 साल का था, तो मैं क्रिकेट छोड़कर फुटबॉल खेलना चाहता था. लेकिन मेरे माता-पिता चाहते थे कि मैं एक और सीज़न खेलूं." उस सीज़न में, उन्हें डच अंडर-12 टीम के लिए चुना गया था और डेनमार्क में एक यूरोपीय चैंपियनशिप में प्लेयर-ऑफ़-द-टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता था. इसके बाद, उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 

साल 2013 में डच टीम में हुए शामिल 
पॉल वैन ने कहा कि साल 2013 में वह डच टीम में शामिल हुए. इसके 10 साल बाद, वैन मीकेरेन ने भारत में चल रहे टूर्नामेंट में अपनी टीम की दोनों जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने एडेन मार्कर्म और गेराल्ड कोएट्ज़ी को सस्ते में आउट कर दिया, जिससे डचों ने अत्यधिक मजबूत दक्षिण अफ़्रीकी टीम को 38 रनों से हरा दिया. ग्यारह दिन बाद, तेज गेंदबाज ने बांग्लादेश पर नीदरलैंड की 87 रन की जीत में चार विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता. 

30 वर्षीय पॉल को पता है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की सहयोगी टीमों के खिलाड़ियों के लिए विश्व टूर्नामेंट में भाग लेने के अवसर मिलना मुश्किल है. क्योंकि उन्हें फुल मेंबर नेशन की तरह फायदे नहीं मिलते हैं. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट अभी भी एक विशिष्ट क्लब के रूप में चलाया जाता है, जिसमें सिर्फ 12 फुल-टाइम मेंबर होते हैं. ICC के सबसे हालिया फंडिंग चक्र में - 2015 से 2023 तक - भारत और इंग्लैंड को क्रमशः $405 मिलियन और $139 मिलियन मिले. इसके विपरीत, $160 मिलियन को 93 सहयोगी देशों के बीच बांटा गया. 

आसान नहीं था उनका सफऱ 
पॉल के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन ने उन्हें समरसेट और ग्लॉस्टरशायर में कार्यकाल के साथ अंग्रेजी घरेलू क्रिकेट प्रणाली में अनुबंध दिलाया है. अपनी सफलता के बावजूद, इस लंबे गेंदबाज को गुजारा करने के लिए क्रिकेट खेलने वाली दुनिया भर में यात्रा करनी पड़ी. उन्होंने न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में क्लब क्रिकेट खेला है और अपने होमटाउन में युवा क्रिकेटरों को प्रशिक्षित किया है. 

उन्होंने याद करते हुए कहा, "18 से 20 साल की उम्र के बीच, मैंने डच टीम के लिए खेलकर और अपने माता-पिता की मदद से अच्छा पैसा कमाया." तीन साल बाद, वह यूनाइटेड किंगडम चले गए और काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू किया. नीदरलैंड में युवा खिलाड़ियों को पढ़ाई के बाद फुल-टाइम नौकरी या प्रोफेशनल क्रिकेट के बीच चयन करना पड़ता है क्योंकि बिल भरने के लिए उन्हें नौकरी चाहिए होती है. 

पिज़्ज़ा डिलीवरी का काम किया 
कोरोनोवायरस महामारी के कारण 2020 टी 20 विश्व कप का फाइनल मूल रूप से 2022 तक आगे बढ़ाया गया जिसके बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह गुजारा करने के लिए फूड डिलीवरी ड्राइवर के रूप में काम कर रहे थे. लेकिन आज वह विश्व कप में खिलाड़ियों के वैश्विक प्रतिनिधि निकाय, फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एफआईसीए) के बोर्ड में बैठने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं. 

उनका कहना है कि नीदरलैंड में, एक प्रोफेशनल सेटअप की जरूरत है, जिसमें कम से कम 12 खिलाड़ी प्रोफेशनल कॉन्ट्रैक्ट पर हों, जो उन्हें टेस्ट देशों के करीब पहुंचने में मदद करेगा. इस साल के विश्व कप के लिए नीदरलैंड की योग्यता $1 मिलियन के वित्तीय बोनस के साथ आई और दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश पर उनकी जीत से हर एक को अतिरिक्त $40,000 मिले. 

 

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