यूएई के अबू धाबी में बुधवार को खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप (T-20 World Cup 2021) के एक अहम मुकाबले में भारत ने अफगानिस्तान (Afghanistan) को 66 रनों से हरा दिया है. आपको बता दें, टी-20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में भारत की ये पहली जीत है. अपने पहले दो मुकाबलों में भारत, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हार चुका है. बुधवार के मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान को जीत के लिए 211 रनों का टारगेट दिया. लक्ष्य का पीछा करते हुए अफगानिस्तान की टीम निर्धारित 20 ओवेरों में 144 रन ही बना सकी.
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पिछली दो हार टीम इंडिया के लिए कई सबक लेकर आईं. सिर्फ टीम इंडिया के लिए ही नहीं, बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट के लिए भी. अब टीम इंडिया को यह जानना होगा, समझना होगा कि कहां-क्या चूक हुई. सोचना होगा, समझना होगा कि गलती कहां हुई. टीम इंडिया को सबकुछ भुलाकर, बड़ी जीत का संकल्प लेकर आगे बढ़ना होगा क्योंकि पूरा देश मांग रहा है धमाके वाली जीत.
इस टीम में वो दम है जो देश को झूमने का मौका देता है. इस टीम में फैंस के चेहरे पर क्रिकेट वाली स्माइल लाने की काबिलियत है. इस टीम ने पहले भी कई बड़ी जीत अपने नाम की हैं. कई बार हार को जीत में बदला है. कई बार विरोधी टीमों को पस्त किया है. लेकिन पिछली दो करारी हार ने टीम इंडिया की जीत की भूख को जगा दिया है. अब टीम इंडिया का मकसद है अफगानिस्तान पर बड़ी जीत. क्योंकि यही जीत आगे की राह खोल सकती है. लिहाजा हार की टीस को भूलकर अपनी ताकत पर खेलने का वक्त आ गया है.
पहले कैसी रही है दोनों टीमों की टक्कर?
भारत और अफगानिस्तान के बीच आखिरी टी-20 मैच 2012 वर्ल्ड कप में खेला गया था, जिसे भारत ने जीता था. लेकिन टीम इंडिया मौजूदा टूर्नामेंट में फॉर्म से जूझ रही है. दूसरी तरफ, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दी है, तो नामीबिया और स्कॉटलैंड को भारी अंतर से हराया है.
अफगानिस्तान की टीम की सबसे बड़ी ताकत उसके स्पिनर्स की तिकड़ी राशिद खान, मुजीब उर रहमान और मोहम्मद नबी हैं. युवा नवीन उल हक़ भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे देखकर लगता है कि आज के मुकाबले में टीम इंडिया की राह आसान नहीं होने वाली हैं. भारत और अफगानिस्तान के बीच हुए पिछले दो वनडे मैचों में अफगानिस्तान ने कड़ा मुकाबला किया था. 2018 के एशिया कप टूर्नामेंट में दोनों टीमों का मैच टाई रहा. 2019 में हुए वर्ल्ड कप में टीम इंडिया अफगानिस्तान के खिलाफ सिर्फ 11 रन से जीत सकी थी. ऐसे में कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा को आज के मैच में भी ओपनिंग करनी चाहिए. रविचंद्रन अश्विन को भी प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की जरूरत है. जसप्रीत बुमराह के अलावा अन्य तेज गेंदबाजों को भी जिम्मेदारी लेनी होगी.
टीम इंडिया में किसी बल्लेबाज को बनना होगा बटलर
माना की टॉस अहम है लेकिन श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले में इंग्लैंड ने साबित कर दिया है कि टॉस गंवाकर भी बाज़ी जीती जा सकती है. बस बल्लेबाज़ों को साख के मुताबिक खेलना होगा. टीम इंडिया के किसी एक बल्लेबाज को इंग्लैंड के जॉस बटलर की तरह आतिशबाज़ी करनी होगी. बटलर के शानदार शतक के दम पर इंग्लैंड ने टॉस हारने के बाद भी श्रीलंका को 26 रन से हराया. टीम इंडिया में एक नहीं, कई ऐसे विस्फोटक बल्लेबाज़ हैं जो अफगानिस्तान के खिलाफ ये भूमिका निभा सकते हैं.
हालांकि अफगान फिरकीबाज़ों को संभलकर खेलते हुए बल्लेबाज़ी में संतुलन जरूरी है. टीम इंडिया अपने पिछले दोनों मैचों में पावरप्ले में अच्छा नहीं खेली और शुरुआत में ही मैच उसके हाथ से निकल गया. जाहिर है टीम इंडिया जानती है कहां गलती हुई. ऐसे में पिछली गलतियों से सबक लेकर ये आगे बढ़ने का वक्त है.
शमी की जगह अश्विन को मिल सकता है मौका
अच्छी बात ये रही कि न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मुकाबले में हार्दिक पांड्या गेंदबाज़ी करते नज़र आए. बेशक मो. शमी कमाल के गेंदबाज़ हैं लेकिन पिछले दो मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मुकाबले में उन्होंने 1 ओवर में 11 रन दिए थे. इसके बाद कप्तान ने उन्हें गेंद नहीं थमाई. इन हालात में शमी की जगह अश्विन को मौका मिल सकता है.
शार्दुल ठाकुर और हार्दिक पांड्या के होने से टीम में रविंद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती के अलावा तीसरे स्पिनर की गुंजाइश बनती है. माना कि बीता वक्त टीम इंडिया के लिए अच्छा नहीं रहा. लेकिन अगर टीम इंडिया अपनी ताकत पर सकारात्मक क्रिकेट खेल गई. तो इस दिवाली हिन्दुस्तान के चेहरे पर होगी क्रिकेट वाली स्माइल और टीम इंडिया के सितारे जीत के जश्न में पहले की तरह सराबोर होंगे.