महिला हॉकी एशिया कप में भारतीय टीम ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया. भले ही फाइनल में टीम इंडिया चीन से हार गई, लेकिन पूरे टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा. टीम ने अपनी बेहतरीन खेल तकनीक और तालमेल के बूते फाइनल तक का सफर तय किया. चीन के खिलाफ फाइनल मुकाबले में नवनीत कौर ने शुरुआती बढ़त दिलाई. गोलकीपर बिछु देवी और डिफेंडर सुनीलिता ने कई मौकों पर चीन के हमलों को रोका. हालांकि, चीन ने इक्कीसवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर बराबर कर दिया. हाफ टाइम तक मुकाबला बराबरी पर रहा. इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद, टीम इंडिया 2026 महिला हॉकी वर्ल्ड कप में सीधे एंट्री का सुनहरा मौका चूक गई. खेल प्रेमी ही नहीं, खुद प्रधानमंत्री मोदी भी देश की इन बेटियों की कोशिश को सलाम करते नजर आए. टीम इंडिया की महिला ब्रिगेड ने अपनी टीम भावना और जज्बे से देश का नाम रोशन किया.