आईआईटी हैदराबाद अपने कैंपस के लिए एक आई-ड्रिवन बस सेवा शुरू की है. खास बात है कि इस बस में कोई ड्राइवर नहीं है. इस बस को संस्थान के टेक्नोलॉजी हब ऑन ऑटोनॉमन नेवीगेशन (TiHAN) द्वारा तैयार किया गया है. यह खास बस केवल कैंपस तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसे देश में स्मार्ट ट्रांस्पोर्ट की तरफ भी देखा जा रहा है.
क्या खास है इस बस में?
TiHAN द्वारा बनाई गई ये बस 6 सीटर और 14 सीटर इलेक्ट्रिक वेरियंट में उपलब्ध हैं, जो इन्हें ट्रांस्पोर्ट जगत में काफी खास बनाती हैं. प्रो. पी राजालक्षमी, TiHAN टीम को लीड करते हैं. इस टीम द्वारा बनाई गई बस से अभी तक 10 हज़ार यात्रियों को सफलतापूर्वक एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा चुका है.
बस में लगे खास फीचर
इन इलेक्ट्रिक बसों में खास फीचर जैसे Autonomous Emergency Braking (AEB), जिससे अचानक बस एमरजेंसी की स्थिति में खुद ब्रेक लगा लेती है, और Adaptive Cruise Control (ACC), जिससे बस को क्रूज मोड में चलाया जा सकता है. साथ ही बस अपने आस-पास की चीज़ों से दूरी को नाप सकती है, जिससे वह एक सेफ डिस्टेंस बना कर चलती है.
भारतीय ट्रांस्पोर्ट सेक्टर में होगा असर
हैदराबाद कैंपस के अलावा, TiHAN के इस काम का असर भारत के ट्रांस्पोर्ट सेक्टर पर भी काफी देखने को मिलेगा. इसके अलावा पब्लिक के लिए नए फीचर को लाने से पहले बस के लिए एक टेस्टिंग लैब को भी बनाया गया है. जहां उन फीचर्स को टेस्ट किया जाएगा. और सफलतापूर्वक टेस्ट होने के बाद ही वह फीचर बस में लगाकर लोगों के बीच लाए जाएंगे.
इस टेस्टलैब का अन्य कंपनियों के साथ कोलेबोरेशन भी किया जाएगा. जिससे अन्य कंपनियां भी यहां अपने वाहनों का टेस्ट कर सकेंगी. यहां का इंफ्रास्टकचर उनके लिए उनके वाहनों को टेस्ट करने का काम करेगा. साथ ही रिसरचर भी इस लैब में वाहन का विकास कर सकेंगे.
इनोवेशन के लिए बेहतरीन जगह
TiHAN नेक्स्ट जनरेशन के वाहनों के लिए अनोखे फीचर पर काम कर रहा है. इसके लिए वह मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसन के उपर काम कर रहा है. यह संस्थान भारत को इस क्षेत्रों में प्रगति दिलाने की ओर अग्रसर है.