इंडियन नेवी में दुश्मनों का काल आईएनएस तमाल शामिल होने जा रहा है. आज यानी एक जुलाई को रूस के कालिनिनग्राद में युद्धपोत आईएनएस तमाल को औपचारिक तौर पर भारतीय नौसेना में कमीशन किया जाएगा. इस युद्धपोत को भारत और रूस ने मिलकर तैयार किया है. इस युद्धपोत में 33 फीसदी स्वदेशी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है. चलिए आपको इस खतरनाक युद्धपोत के बारे में बताते हैं.
रडार की पकड़ में नहीं आएगा INS तमाल-
आईएनएस एक आधुनिक स्टेल्थ फ्रिगेट है. तमाल को रडार नहीं पकड़ पाएगा. इस युद्धपोत को भारत लाने के लिए 250 से ज्यादा नौसैनिकों का कमीशनिंग क्रू फरवरी 2025 में ही रूस पहुंच गया था. तीन महीने तक इसकी टेस्टिंग हुई. इसे रूस के यंतर शिपयार्ड में तैयार किया गया है.
INS तमाल ब्रह्मोस मिसाइल से लैस-
आईएनएस तमाल ब्रह्मोस मिसाइल से लैस है. इसके साथ ही ये पानी के नीचे टारगेट तबाह करने वाले टॉरपीडो से लैस है. इसके साथ ही इसमें हर मिनट में 5000 राउंड गोलियां बरसाने वाला गन सिस्टम भी है. यह ड्रोन या एंटी-शिप मिसाइलों को मार गिराती है. यह फ्रिगेड 450 किलोमीटर तक हमला करने में सक्षम है. इसमें 100 एमएम वाली ए-190-01 नौसैनिक तोत भी लगी है. यह 80 राउंड प्रति मिनट की दर से बेहद सटीक निशाना लगाती है. इसमें SHTIL वर्टिकल लॉन्च एयर डिफेंस सिस्टम लगा है.
कहां तैनात होगा आईएनएस तमाल-
आईएनएस तमाल को वेस्टर्न नेवल कमांड में तैनात किया जाएगा. यह कमांड अरब सागर और पश्चिम हिंद महासागर पर निगरानी रखती है. इसकी मदद से अरब सागर और पाकिस्तान के कराची बंदरगाह के नजदीक भारत की समु्द्री सुरक्षा और मजबूत होगी. इसका इस्तेमाल समुद्री आपदा में भी किया जा सकता है. इसके अलावा एंटी-स्मगलिंग और कोस्टल सिक्योरिटी ऑपरेशंस भी करेगा.
रूस के साथ समझौते में 4 फ्रिगेट बनना था-
अक्तूबर 2016 में भारत और रूस के बीच 21 हजार करोड़ रुपए का समझौता हुआ था. इसके तहत रूस भारत को क्रिवाक-III क्लास के 4 फ्रिगेट मिलने हैं. इसमें दो फ्रिगेट रूस ने बना दिए हैं. इसमें आईएनएस तुषिल और आईएनएस तमाल शामिल हैं. दिसंबर 2024 में आईएनएस तुषिल भारतीय नौसेना को सौंपा जा चुका है. इसके अलावा 2 फ्रिगेट आईएनएस त्रिपुट और आईएनएस तवस्या गोवा शिपयार्ड में बन रहे हैं. इन दोनों को 2026 तक नेवी में कमीशन किया जाएगा.
भारत में नौसेना के 59 युद्धपोत और पोत बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा 31 दूसरे युद्धपोतों को बनाने के लिए शुरुआती मंजूरी मिल चुकी है.
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