जापान ने बनाई हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन, 100 किमी की टॉप स्पीड से दौड़ेगी HyBari, अगले महीने से शुरू होगा ट्रायल

जापान ने साल 2050 तक पूरी तरह से कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य रखा है. और नेट जीरो तक पहुंचने के लिए जापान ने हाइड्रोजन को एक प्रमुख क्लीन एनर्जी सोर्स बना लिया है. जापान सरकार ने कहा है कि उनका लक्ष्य साल 2050 तक हाइड्रोजन के उपयोग की मात्रा को 20 मिलियन टन तक बढ़ाना है.

Hydrogen Train (Source: Toyota)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 22 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:10 AM IST
  • जापान ने तैयार की अपनी पहली हाइड्रोजन पॉवर्ड ट्रेन
  • अगले महीने से इस ट्रेन का ट्रायल होगा शुरू

दुनिया में लगभग सभी देश लगातार खुद को कार्बन न्यूट्रल बनाने में जुटे हुए हैं. आये दिन कोई न कोई देश ऐसी पहल कर रहा है जिससे देश में कार्बन एमिशन को कम से कम किया जा सके. और अब इस दिशा में एक अच्छी खबर जापान से मिल रही है. 

बताया जा रहा है कि जापान बहुत जल्द अपनी पहली हाइड्रोजन पॉवर्ड ट्रेन (Hydrogen Powered Train) का ट्रायल शुरू करने वाला है. जी हां, इससे पहले आपने बहुत ही कम हाइड्रोजन ट्रेन के बारे में सुना होगा क्योंकि जापान से पहले सिर्फ जर्मनी ने ही शायद हाइड्रोजन ट्रेन शुरू की है. 

अन्य सभी जगह ज्यादातर डीजल या बिजली से चलने वाली ट्रेन ही हैं. लेकिन हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन का ट्रायल अगर सफल रहता है तो बहुत हद तक कार्बन एमिशन को कम किया जा सकेगा.

ईस्ट-जापान रेलवे कंपनी ने बनाई ट्रेन: 

बताया जा रहा है कि दो कार वाली हाइड्रोजन पॉवर्ड ट्रेन ‘HyBari’ को ईस्ट जापान रेलवे कंपनी (East Japan Railway Company) ने टोयोटा और हिताची कंपनी के साथ मिलकर बनाया है. इसकी लगत 35 मिलियन डॉलर है. और यह एक बार हाइड्रोजन भरने के बाद 100 किमी/घंटा की स्पीड से 140 किमी तक यात्रा कर सकती है. 

कंपनी का कहना है कि 2030 तक वे हाइड्रोजन ट्रेन का कमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर देंगे.  

2050 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य: 

जापान ने साल 2050 तक पूरी तरह से कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य रखा है. और नेट जीरो तक पहुंचने के लिए जापान ने हाइड्रोजन को एक प्रमुख क्लीन एनर्जी सोर्स बना लिया है. जापान सरकार ने कहा है कि उनका लक्ष्य साल 2050 तक हाइड्रोजन के उपयोग की मात्रा को 20 मिलियन टन तक बढ़ाना है.

टोयोटा कंपनी भी हाइड्रोजन से चलने वाली अपनी सेकंड-जनरेशन मिराई कारों के प्रोडक्शन को 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. इसके अलावा, इवातानी कॉर्प (Iwatani Corp.) और कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Kawasaki Heavy Industries Ltd) जैसी एनर्जी कंपनियां हाइड्रोजन सप्लाई चेन बनाने पर काम कर रही हैं ताकि इसकी कीमतों को कम किया जा सके. 

अगले महीने से शुरू होगा ट्रायल: 

ईस्ट जापान रेलवे कंपनी अगले महीने से इस ट्रेन का ट्रायल शुरू करेगी. बताया जा रहा है कि ट्रेन की छत पर बने टैंक्स में हाइड्रोजन भरी जाती है. हाइड्रोजन गैस ऑक्सीजन के साथ रियेक्ट करके इलेक्ट्रिसिटी बनाती है जो वाहन के लिए फ्यूल का काम करेगी. 

 

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