Tesla: भारत में कौन बना टेस्ला गाड़ी का पहला मालिक? खरीद को पीएम की स्वच्छ भारत विज़न से जोड़ा.. जानें पूरा मामना

महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने भारत में पहली टेस्ला मॉडल Y की डिलीवरी ली. उन्होंने यह कार अपने पोते को गिफ्ट करने की घोषणा की और इसे ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में नया मील का पत्थर बताया. वहीं कांग्रेस ने ‘स्वदेशी’ की अपील के बीच अमेरिकी कार खरीदने पर मंत्री और बीजेपी पर हमला बोला.

Tesla Model Y First Delivery Pratap Sarnaik
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:04 AM IST

शुक्रवार को भारत में पहली बार टेस्ला मॉडल Y की डिलीवरी हुई, जिसे महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने रिसीव किया. उन्होंने इस मौके को भारत में “ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में नया मील का पत्थर” बताया.

पोते को देंगे गिफ्ट
सरनाईक ने घोषणा की कि यह इलेक्ट्रिक कार वे अपने पोते को गिफ्ट करेंगे. उन्होंने कहा कि यह कदम आने वाली पीढ़ी में पर्यावरण-हितैषी परिवहन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है.

महाराष्ट्र की ईवी ट्रांजिशन योजना
परिवहन मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य अगले दशक में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहनों का ट्रांजिशन करना है. यह विज़न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ और ग्रीन मोबिलिटी योजना से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने ईवी के लिए टोल छूट और अन्य सुविधाएं भी दी हैं.

बिना किसी डिस्काउंट के खरीदी कार
सरनाईक ने कहा कि उन्होंने कार पूरी कीमत चुकाकर खरीदी है और किसी तरह की छूट नहीं ली. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (ट्विटर) पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा – “ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में नया मील का पत्थर – टेस्ला का भारत में स्वागत करते हुए गर्व हो रहा है.”

कीमत और वेरिएंट पर चर्चा
रिपोर्ट्स के अनुसार, सरनाईक ने टेस्ला मॉडल Y के लिए ₹59.89 लाख से ₹67.89 लाख (एक्स-शोरूम) तक का भुगतान किया. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि उन्होंने स्टैंडर्ड रियर-व्हील ड्राइव वेरिएंट खरीदा या लॉन्ग रेंज RWD वेरिएंट. ऑन-रोड प्राइस में जीएसटी, पंजीकरण, इंश्योरेंस और रोड टैक्स जैसे चार्ज भी शामिल होंगे.

विपक्ष का हमला
वहीं, विपक्षी कांग्रेस ने सरनाईक और बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से स्वदेशी अपनाने की अपील कर रहे हैं, तब शिवसेना मंत्री का अमेरिकी कंपनी की गाड़ी खरीदना इस संदेश के विपरीत है.

 

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