आस्था का महापर्व छठ पूजा खत्म होते ही ट्रेनों में यात्रियों की बाढ़ सी आ गई है. बिहार और पूर्वी भारत के कई रेलवे स्टेशनों पर भीड़ का आलम है. समस्तीपुर रेल मंडल ने इस स्थिति को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्राउड मैनेजमेंट के तहत ड्रोन कैमरा और सीसीटीवी निगरानी बढ़ाई गई है.
मंडल के स्टेशनों पर ड्रोन कैमरा से रखी जा रही नजर
रेलवे स्टेशन के हर हिस्से पर आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) के जवान तैनात हैं. आरपीएफ टीमों की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि यात्री सतर्कता बरतें और सुरक्षित यात्रा कर सकें. आरपीएफ जवान लाउड हेलर से घोषणा कर रहे हैं कि यात्री ट्रेन में लाइन लगाकर चढ़ें, चेन पुलिंग या पथराव जैसी हरकतों से दूर रहें. साथ ही लोगों को यह भी समझाया जा रहा है कि किसी अनजान व्यक्ति से खाने-पीने का सामान न लें.
ट्रेन में ठूंस-ठूंस कर सफर कर रहे लोग
छठ पूजा के बाद लौटने वाली भीड़ इतनी अधिक है कि स्लीपर कोचों में भी लोग ठूंस-ठूंस कर सफर कर रहे हैं. कई ट्रेनें अपनी क्षमता से कई गुना अधिक यात्रियों को लेकर चल रही हैं. प्लेटफॉर्म पर पैरों तले जमीन तक दिखाई नहीं दे रही. हर कोई किसी तरह अपने गंतव्य तक पहुंचने की कोशिश में है.
भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात
समस्तीपुर मंडल के अधिकारी बताते हैं कि भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. आरपीएफ न केवल चेकिंग कर रही है, बल्कि यात्रियों को सुरक्षा से जुड़ी अहम बातें भी बता रही है जैसे कि सामानों में विस्फोटक या ज्वलनशील पदार्थ न रखें, ट्रेन के गेट पर बैठकर यात्रा न करें, और रेलवे लाइन पर सेल्फी या वीडियो बनाने से बचें. इसके अलावा, यात्रियों को शराब या किसी तरह के अवैध सामान की तस्करी से दूर रहने की भी सलाह दी जा रही है. आरपीएफ का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छठ पूजा के बाद लौटने वाले सभी यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.