अगर आपने कभी सोचा है कि आपका पासपोर्ट आपको बिना वीज़ा कितनी दूर तक ले जा सकता है, तो हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 इसका जवाब लेकर आया है. लेकिन भारत के लिए इस साल खबर कुछ खास अच्छी नहीं है.
इस इंडेक्स में भारत को 85वां स्थान प्राप्त हुआ है. भारत का पासपोर्ट इस साल पांच स्थान गिरकर 85वें रैंक पर पहुंच गया है. भारतीय पासपोर्ट धारकों को अब केवल 57 देशों में वीज़ा-फ्री एंट्री मिल सकेगी. पिछले साल यह संख्या 62 थी, यानी भारतीय यात्रियों के लिए बिना वीज़ा अंतरराष्ट्रीय यात्रा के विकल्प थोड़े कम हो गए हैं.
सबसे पावरफुल पासपोर्ट किस देश का है?
सिंगापुर ने एक बार फिर पहला स्थान हासिल किया है. सिंगापुर के नागरिकों को 193 देशों में वीज़ा-फ्री या वीज़ा-ऑन-अराइवल की सुविधा मिलती है. इसके बाद दक्षिण कोरिया (190) और जापान (189) दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. चौथे स्थान पर जर्मनी, इटली, लक्ज़मबर्ग, स्पेन और स्विट्जरलैंड हैं, जिन्हें 188 देशों में प्रवेश की सुविधा है. वहीं, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, आयरलैंड और नीदरलैंड पांचवें स्थान पर हैं, जिनके पासपोर्ट से 187 देशों तक पहुंचा जा सकता है.
2025 के टॉप 10 सबसे पावरफुल पासपोर्ट (वीजा फ्री एंट्री)
इस बार सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) पहली बार टॉप-10 से बाहर हो गया है. अमेरिका 12वें स्थान पर खिसक गया है और इस पायदान को उसने मलेशिया के साथ साझा किया है.
सबसे कमजोर पासपोर्ट
इंडेक्स में नीचे की ओर देखें तो हालात काफी अलग हैं. अफगानिस्तान का पासपोर्ट दुनिया का सबसे कमजोर है, जिससे सिर्फ 24 देशों में वीज़ा-फ्री एंट्री मिलती है. इसके बाद सीरिया (26) और इराक (29) आते हैं. वहीं, सूडान, पाकिस्तान, यमन, सोमालिया और नेपाल जैसे देशों के पासपोर्ट भी सबसे कमजोर श्रेणी में गिने गए हैं.
हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 यह साफ दिखाता है कि पासपोर्ट की ताकत सीधे तौर पर ग्लोबल कनेक्टिविटी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा से जुड़ी होती है. भारत की गिरती रैंक यह संकेत देती है कि भारतीय यात्रियों को अब विदेश यात्रा से पहले और ज्यादा वीज़ा प्रक्रियाओं का सामना करना होगा.