ईरान और इजरायल के बीच जंग जारी है. दोनों देश एक-दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर रहे हैं. दिनों दिन ये जंग और भयावह होती जा रही है. ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर कई भीषण हमले किए हैं. इन हमलों से इजरायल को काफी नुकसान हुआ है.
ईरान और इजरायल एक तरफ जंग लड़ रहे हैं. दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान से जुबानी जंग लड़ रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप सोशल मीडिया के जरिए ईरान को कई बार चेतावनी दे चुके हैं. डोनाल्ड ट्रंप सीधे तौर पर इजरायल का साथ दे रहे है. तेहरान और तेल अवीव दोनों शहरों में काफी तबाही हो चुकी है.
ईरान के हमलों को रोकने के लिए इजरायल ने एक नया एयर डिफेंस तैनात किया है. तैनाती के पहले ही दिन इसने ईरान के कई हथियारों को ध्वस्त कर दिया है. ईरान-इजरायल की जंग में पहली बार बराक एयर डिफेंस सिस्टम की एंट्री हुई है. बराक डिफेंस सिस्टम का भारत और ऑपरेशन सिंदूर से भी कनेक्शन है. इजरायल के नए डिफेंस सिस्टम बराक के बारे में सब कुछ जानते हैं.
बराक डिफेंस सिस्टम
इजरायल ने हाल ही ईरान के हवाई हमलों को रोकने के लिए बराक एयर डिफेंस सिस्टम की चर्चा हो रही है. बीते शुक्रवार को इजरायल ने इस नए एयर डिफेंस सिस्टम को तैनात किया है. इजरायल की ये रक्षा प्रणाली ईरान के हवाई हमलों को रोकने का काम करती है. ये डिफेंस सिस्टम ईरान के ड्रोन, मिसाइल और दूसरे हमलों को रोकने में सक्षम है.
इस बारे में इजरायली सेना ने कहा एयर फोर्स के डिफेंस सिस्टम बराक ने एक हवाई हमले को रोका जो इजरायली में घुस आया था. बराक एयर डिफेंस सिस्टम को हवाई खतरों से बचाने के लिए इजरायल में बनाया गया था. सेना ने बताया कि इजरायली वायु सेना ऐसे हवाई हमलों को रोकने के लिए इस डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल करेगी.
क्या है बराक सिस्टम?
इजरायल का बराक एयर डिफेंस सिस्टम एक एडवांस शार्ट मीडियम रेंज मिसाइल सिस्टम है. इसे इजरायल ने ड्रोन और मिसाइल हमलों को रोकने के लिए बनाया है. ये डिफेंस सिस्टम हवाई हमलों को रोकने के लिए रडार का इस्तेमाल करता है. बराक एक बार में कई सारे टारगेट की इंटरसेप्ट करने की क्षमता रखता है.
बराक-8 मिसाइल सिस्टम को MR-SAM के नाम से भी जाना जाता है. इजरायल के लिए ये बेहद महत्वपूर्ण मिसाइल है. इस डिफेंस सिस्टम को ऐसे समय पर लाया गया है जब आयरन डोम ईरान के हमलों को इंटरसेप्ट करने में नाकाम साबित हुआ है. इस वजह से ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों ने इजरायल के कई शहरों पर कहर बरपाया है.
भारत से कनेक्शन
इजरायल के बराक-8 मिसाइस सिस्टम का कनेक्शन भारत से भी है. इस डिफेंस सिस्टम को इजरायल और भारत के DRDO ने मिलकर तैयार किया है. भारत ने इस सिस्टम के कई जरूरी चीजों को तैयार किया है. DRDO ने डुअल- फेज रॉकेट मोटर समेत इस डिफेंस सिस्टम के कई हिस्सों को तैयार किया है.
इजरायल ने बराक एयर डिफेंस को पहली बार जंग में इस्तेमाल किया है. भारत इससे पहले ऑपरेशन सिंदूर में इसका इस्तेमाल कर चुका है. पाकिस्तान ने दिल्ली को टारगेट करते हुए फतह-II मिसाइल से हमला किया था. बराक डिफेंस सिस्टम ने हरियाणा के सिरसा में इसे मार गिराया था. इजरालय का बराक मिसाइल सिस्टम उन चुनिंदा डिफेंस सिस्टम में से एक है जो हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल को मार गिराने में सक्षम है.
क्या है खास?
इजरायल के पास मल्टी-टियर मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. इसमें आयरन डोम और एरो-मिसाइल्स भी शामिल हैं. बराक इजरायल का एक एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम है जो चारों तरफ से इजरायल की सुरक्षा करने में सक्षम है. बराक एयर डिफेंस सिस्टम सभी तरह के एयरक्राफ्ट, ड्रोन्स, क्रूज मिसाइल, रॉकेट्स और बैलिस्टिक मिसाइल्स को मार गिराने की काबिलियत रखता है.
इजरायल के बराक-8 मिसाइल सिस्टम में 30 किमी., 70 KM और 150 किमी. की रेंज से आए खतरे को पहचान करने वाले इंटरसेप्टर लगे हुए हैं. इन टारगेट की पहचान कर बराक पल भर में उन हमलों को रोक देता है. इजरायल के इस डिफेंस सिस्टम को आयरन डोम से अधिक बेहतर माना जा रहा है. बीते दिन ईरान-इजरायल जंग में इसने अपना असर भी दिखाया है.