डेल्टा वैरिएंट से छह गुना ज्यादा खतरनाक है Omicron, टीकाकरण करा चुके लोगों को भी कर सकता है संक्रमित

विशेषज्ञों को डर है कि हो सकता है कोविड-19 का उभरता वैरिएंट B.1.1.529 (ओमाइक्रॉन) मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी या कॉकटेल थेरेपी पर काम न करे. दक्षिण अफ्रीका और अन्य जगहों पर ओमाइक्रोन संक्रमणों के प्रारंभिक विश्लेषण के आधार पर विशेषज्ञों का सुझाव है कि भारत में दूसरी लहर को ट्रिगर करने वाले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन के फैलने की क्षमता छह गुना अधिक है.

Omicron 6 times more transmissible than Delta
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:07 PM IST
  • बीमारी की गंभीरता पर हो रही है रिसर्च
  • मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी पर करता है रिएक्ट

विशेषज्ञों को डर है कि हो सकता है कोविड-19 का उभरता वैरिएंट B.1.1.529 (ओमाइक्रॉन) मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी या कॉकटेल थेरेपी पर काम न करे. दक्षिण अफ्रीका और अन्य जगहों पर ओमाइक्रोन संक्रमणों के प्रारंभिक विश्लेषण के आधार पर विशेषज्ञों का सुझाव है कि भारत में दूसरी लहर को ट्रिगर करने वाले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन के फैलने की क्षमता छह गुना अधिक है. यह प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) से भी बच सकता है. यह वैक्सीन breakthrough संक्रमण का कारण भी बन सकता है.

मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी पर करता है रिएक्ट
डेल्टा संस्करण, जो ज्यादा संक्रमण और मृत्यु दर का कारण बनता है मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी का जवाब देता है. हालांकि इसी के वंश का डेल्टा प्लस वैरिएंट इस थेरेपी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है. इसे संक्रमण के प्रारंभिक चरणों में कोविड -19 के लिए एक चमत्कारिक उपचार माना जाता है. डेल्टा प्लस के बाद ओमिक्रॉन ऐसा दूसरा वैरिएंट है, जो मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट का जवाब नहीं दे सकता है.

32 स्पाइक प्रोटीन हैं शामिल
IGIB की रिसर्च स्कॉलर मर्सी रोफिना के अनुसार, नई वंशावली में कुल 53 वैरिएंट हैं, जिनमें 32 स्पाइक प्रोटीन वैरिएंट शामिल हैं. रोफिना ने ट्वीट किया, "अधिकांश देखे गए रूपों में प्रतिरक्षा और अन्य कार्यात्मक प्रभावों के खिलाफ प्रतिरोध होता है. G339D, S373P, G496S, Q498R और Y505H पर स्पाइक रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन वाले छह वैरिएंट मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (mAbs)के लिए प्रतिरोधी पाए जाते हैं, जिनमें etesevimab, bamlanivimab, casirivimab, imdevimab और उनके कॉकटेल शामिल हैं. ”
जीनोम साइंस के एक विशेषज्ञ स्कारिया ने नए वैरिएंट पर काफी सारे ट्वीट किए. स्कारिया ने कहा कि इज़राइल में B.1.1.529 के कम से कम एक मामले में किसी ने कोविड -19 वैक्सीन की बूस्टर डोज प्राप्त की होगी, वरना ये वैरिएंट वैक्सीन की सफलता में संक्रमण का कारण बन सकता है.

बीमारी की गंभीरता पर हो रही है रिसर्च
उन्होंने कहा, “बीमारी की गंभीरता का अभी पता नहीं चल पाया है, जिस पर विचार करना सबसे महत्वपूर्ण प्वाइंट है. जबकि प्रति वैक्सीन सफलता संक्रमण प्रमुख चिंता का विषय नहीं है (डेल्टा भी वैक्सीन सफलता संक्रमण का कारण बनता है). ट्रांसमिसिबिलिटी और क्लीनिकल आउटकम ​​​(गंभीरता और मृत्यु दर) प्रमुख बिंदु हैं. ”
स्कारिया ने कहा कि S1/S2 फ़्यूरिन क्लीवेज साइट में तीन म्यूटेशन संभवतः बेहतर सेल एंट्री का सुझाव देते हैं (और संप्रेषणीयता हो सकती है). हालांकि, उन्होंने कहा कि सिंगल म्यूटेशन्स के गुण हमेशा संयोजन में होने पर नहीं जुड़ते हैं. फिर भी वो इसे खोजने के लिए संभावित दिशा-निर्देश देते हैं.

दक्षिण अफ्रीका में तेजी से फैल रहा है वैरिएंट
सीक्वेंसिंग में पूर्वाग्रह की संभावना के बावजूद दक्षिण अफ्रीका में B.1.1.1.529 वैरिएंट प्रमुख रूप से (2 सप्ताह में लगभग 0 से 75%) प्रभावी होता जा रहा है. आने वाले दिनों में और सीक्वेंस और डेटा की प्रतीक्षा है. स्कारिया ने अपने ट्वीट में कहा, "B.1.1.1.529 वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पिछले देखे गए अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है."

 

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