जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए अलग-अलग कदम उठाए जा रहे हैं. अब इसी कड़ी में पीएम मोदी ₹24,000 करोड़ की एक और स्कीम लॉन्च करने जा रहे हैं. विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTG) के सशक्तिकरण के लिए ये योजना 15 नवंबर को लॉन्च की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'जनजातीय गौरव दिवस' के अवसर पर झारखंड में ₹24,000 करोड़ के पीवीटीजी विकास मिशन का शुभारंभ करने वाले हैं.
बता दें, आदिवासी योद्धा बिरसा मुंडा की जयंती पर मनाए जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस को 2021 में मोदी सरकार ने नामित किया था. झारखंड में जन्मे बिरसा मुंडा की विरासत को अब आदिवासी विरासत के महत्व पर जोर देते हुए हर साल मनाया जाता है.
24 हजार करोड़ का बजट
यह अनूठी योजना आदिवासी समुदायों के समग्र विकास के लिए लाई जा रही है. ये अपनी तरह की पहली स्कीम है. PVTG विकास मिशन का अनावरण 2023-24 के बजट में ही कर दिया गया था. इसके लिए ₹24,000 करोड़ का बजट रखा गया है. इस योजना का उद्देश्य इन समुदायों के सामने आने वाली आवश्यकताओं और चुनौतियों को पहचानते हुए, सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को बेहतर करना है.
जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासियों का सम्मान
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी बताते हैं कि 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 75 पीवीटीजी फैले हुए हैं, जो 220 जिलों के 22,544 गांवों में रहते हैं, जिनकी सामूहिक आबादी लगभग 28 लाख है. ये जनजातियां अक्सर वन क्षेत्रों सहित सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों में रहती हैं. पीवीटीजी विकास मिशन की मदद से इन समुदायों को सड़क और टेलीकॉम कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, बेहतर शिक्षा पहुंच, स्वास्थ्य सेवा और स्थायी आजीविका के अवसरों सहित जरूरी सुविधाएं पहुंचाई जा सकेंगी.
मंत्रालयों को किया जाएगा एकजुट
इस मिशन को आदिवासियों तक पहुंचाने के लिए नौ मंत्रालयों को एकजुट किया जाएगा. पीवीटीजी विकास मिशन का लक्ष्य आदिवासियों को पूरी कवरेज देना है, जिसमें प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, 100% टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, पीएम पोषण और पीएम जन धन योजना जैसी महत्वपूर्ण पहल शामिल हैं.