अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप लगातार देश में रह रहे प्रवासियों को लेकर कोई न कोई टिप्पणी कर रहे हैं. प्रवासियों को लेकर उनकी कोई भी राय हो लेकिन इस बात को नहीं बदल सकते हैं कि अमेरिका में 125 अरबपति ऐसे हैं जो मूल रूप से अमेरिकी नहीं विदेशी हैं. फॉर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के दस सबसे अमीर अरबपतियों में से तीन- Tesla के CEO एलोन मस्क, Google के सह-संस्थापक सर्गेई ब्रिन और Nvidia के सह-संस्थापक और CEO जेंसन हुआंग भी देश के बाहर जन्मे हैं.
इस सूची में भारत अब 12 प्रवासी अरबपतियों के साथ सबसे आगे है. प्रमुख नामों में सुंदर पिचाई (अल्फाबेट के CEO), सत्य नडेला (Microsoft के CEO), और निकेश अरोड़ा (Palo Alto Networks के CEO) शामिल हैं. डेटा से पता चलता है कि, 93% प्रवासी अरबपति सेल्फमेड हैं. ये ज्यादातर तकनीक (53) या फाइनेंस (28) में हैं. जबकि कई अमेरिकी अरबपतियों को उनकी दौलत विरासत में मिली है.
बहुत से प्रवासी अरबपति अमेरिका में पढ़ाई के लिए आए और वहीं बस गए. उदाहरण के लिए, ज़स्केलर (साइबर सुरक्षा) के संस्थापक जय चौधरी ग्रेजुएट स्कूल के लिए अमेरिका आए थे और इससे पहले उन्होंने कभी हवाई जहाज में भी यात्रा नहीं की थी, और बाद में अमेरिका में सबसे अमीर भारतीय बने. फ़्लेक्स-एन-गेट (ऑटो पार्ट्स) के फाउंडर, शाहिद खान पाकिस्तान से 16 साल की उम्र में आए थे. वह एक जगह बर्तन धोते थे, और बाद में एक बड़ा कारोबार खड़ा किया.
अमेरिका में टॉप भारतीय मूल अरबपति:
जय चौधरी: ज़स्केलर के संस्थापक. साइबर सुरक्षा क्षेत्र में उन्होंने अमेरिका में बड़ी पहचान बनाई और अपने उद्योग को वैश्विक स्तर पर फैलाया.
विनोद खोसला: Sun Microsystems के सह-संस्थापक और Khosla Ventures के प्रमुख. तकनीक और वेंचर कैपिटल में उनके योगदान के लिए उन्हें जाना जाता है.
राकेश गंगवाल: IndiGo Airlines के सह-संस्थापक. उन्होंने भारत की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय एयरलाइन में से एक की स्थापना की.
रोमेश टी. वाधवानी: Symphony Technology Group के संस्थापक. उन्होंने टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर सेवाओं में निवेश कर कई कंपनियों को सफल बनाया.
राजीव जैन: वित्त क्षेत्र में प्रमुख. वे प्रमुख वित्तीय संस्थानों और निवेश परियोजनाओं में सक्रिय हैं.
कवितर्क राम श्रीराम: Google में शुरुआती निवेशक और वेंचर कैपिटलिस्ट. उन्होंने कई स्टार्टअप्स में निवेश कर तकनीकी क्षेत्र को बढ़ावा दिया.
राज सरदाना: टेक्नोलॉजी सेवाओं के नेता. उन्होंने वैश्विक स्तर पर IT सेवाओं और सलाहकारियों के क्षेत्र में योगदान दिया.
डेविड पॉल: मेडिकल डिवाइसेस उद्योग से जुड़े. उनके काम ने स्वास्थ्य तकनीक और चिकित्सा उपकरणों के क्षेत्र में सुधार किया.
निकेश अरोड़ा: Palo Alto Networks के CEO. वे साइबर सुरक्षा और नेटवर्किंग समाधान में अग्रणी हैं.
सुंदर पिचाई: Alphabet (Google) के CEO. उन्होंने Google के उत्पादों और सेवाओं को वैश्विक स्तर पर विकसित किया.
सत्य नडेला: Microsoft के CEO. उनके नेतृत्व में Microsoft ने क्लाउड और तकनीकी नवाचार में बड़ी प्रगति की.
नीरजा सेठी: आईटी कंसल्टिंग में प्रमुख नाम. उन्होंने तकनीकी सलाह और रणनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
अमेरिका के टॉप 50 प्रवासी अरबपति:
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