World Hello Day 2022: क्यों मनाया जाता है, जानिए क्या है इतिहास और महत्व

विश्व हेलो डे की शुरूआत 1973 में हुई थी जब इजरायल और मिस्र के बीच लंबे समय से चला आ रहा संघर्ष समाप्त हुआ तो, शांति और मित्रता के लिए जो पहला शब्द बोला गया वो हेलो था, इसलिए तब से हेलो बोला जाने लगा.

वर्ल्ड हेलो डे
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:21 PM IST
  • 1973 में हुई हेलो की शुरुआत
  • एक दूसरे की बीच पुरानी दुश्मनी खत्म करना है उद्देश्य

हेलो बहुत ही कॉमन शब्द है, अक्सर फोन उठाते ही आप सबसे पहला शब्द हेलो बोलते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर साल 21 नवंबर को विश्व हेलो दिवस मनाया जाता है. हम हर दिन कई बार हेलो शब्द का प्रयोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम बोलचाल की भाषा में हेलो का शब्द का इस्तेमाल क्यों किया जाता है. 

कैसे हुई हैलो दिवस की शुरुआत?
1973 के पतन यानी योम किप्पुर युद्ध के बीच संघर्ष चल रहा था, इस युद्ध के दौरान हजारों की संख्या में सैनिक और निर्दोष नागरिक मारे गए थे. इस युद्ध के समाप्त होते ही शांति और मित्रता के लिए जिस शब्द का पहले इस्तेमाल किया गया वह था हेलो और उसी समय से विश्व हेलो दिवस मनाने की शुरुआत हुई.

विश्व हेलो दिवस का क्या है महत्व?
माना जाता है कि जब कोई इंसान एक दूसरे को हेलो बोलता है, उस वक्त उसकी आपसी दुश्मनी खत्म हो जाती है. यही वजह है कि  देखते ही देखते ये दिवस विश्व भर में प्रसिद्ध हो गया, और अब इसे 180 देशों में मनाया जाता है. हेलो शब्द का इस्तेमाल अभिवादन करने के साथ-साथ बातचीत की शुरुआत आसानी से करने के लिए किया जाता है. इसे विश्व नमस्कार दिवस के रूप में भी जाना जाता है.

फोन पर हेलो बोलने की क्या है वजह?
दरअसल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टेलीफोन का आविष्कार ग्राहम बेल ने किया था. ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड का नाम हेलो था और उसने टेलीफोन के आविष्कार के बाद सबसे पहले अपनी गर्लफ्रेंड को फोन मिलाया और पहला शब्द हेलो बोला. इसके बाद से ही फोन पर कॉल करते वक्त पहला शब्द हेलो बोलने की शुरुआत हो गई.

 

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