हर साल 13 दिसंबर को राष्ट्रीय वायलिन दिवस मनाया जाता है. वायलिन एक लकड़ी का तार वाला वाद्य यंत्र है, जिसे आमतौर पर fiddle भी कहते हैं. इसमें चार तार होते हैं जो पूर्ण पांचवें में ट्यून किए जाते हैं. वायलिन से संगीत उत्पन्न करने के लिए संगीतकार द्वारा कई तकनीकों का उपयोग किया जाता है. तार पर धनुष खींचकर संगीत बनाया जाता है. वर्षों से वायलिन वादकों ने विभिन्न शैलियों जैसे शास्त्रीय, लोक संगीत, जैज़ संगीत, बारोक संगीत, रोल, रॉक और सॉफ्ट रॉक संगीत में वायलिन की बहुमुखी प्रतिभा को दिखाया है इसलिए वायलिन संगीत का एक बहुमुखी वाद्य यंत्र है और इसीलिए इसे मनाने के लिए राष्ट्रीय वायलिन दिवस मनाया जाता है.
क्या है इतिहास?
राष्ट्रीय वायलिन दिवस की उत्पत्ति कैसे हुई इस बारे में अभी भी कोई जानकारी नहीं है. 16 वीं शताब्दी में इटली के एंड्रिया अमती (Andrea Amati)द्वारा पहली बार वायलिन बनाया गया था. अमती के छात्रों एंटोनियो स्ट्राडिवरी और एंड्रिया ग्वारनेरी ने वायलिन को गहरा और खेलने के लिए एकदम सही बनाने के लिए उसमें कई सारे बदलाव किए. इसके अलावा, वायलिन दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित संगीत समूह में है. ऐसी मान्यता है कि एशिया के तुर्की और मंगोलियाई घुड़सवार दुनिया के सबसे शुरुआती वायलिन वादक थे. घोड़े के बालों का तार दो-तार वाले फीडल में इस्तेमाल होता था. वे उन्हें घोड़े के बाल वाले बो स्टिक के साथ बजाते थे. आज हम जो वायलिन बजाते हैं और उसमें जो बो (वायलिन बजाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्टिक) लगी होती है उसमें आज भी घोड़े के बालों का इस्तेमाल होता है.
आज, वायलिन न केवल पश्चिमी शास्त्रीय संगीत की एक अनिवार्य विशेषता बनी हुई है, बल्कि इसने दुनिया भर में शास्त्रीय और लोक संगीत के विभिन्न रूपों के साथ-साथ विभिन्न अन्य शैलियों में भी अपना रास्ता खोज लिया है.
वायलिन बजाने के स्वास्थ्य लाभ
वायलिन विज्ञान, गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान का एक अद्भुत मिश्रण है, लेकिन यह भौतिक और ध्वनिक कानूनों द्वारा सख्ती से नियंत्रित होता है. तनाव से लड़ने के तरीके के रूप में यह आपको आराम करने में मदद कर सकता है. अगर आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आप वायलिन बजाते हुए प्रति घंटे 170 कैलोरी बर्न कर सकते हैं. वायलिन बजाने से मसल्स मेमोरी अच्छी होती है. इसके साथ ही इससे पोस्चर, फाइन मोटर स्किल्स और मांसपेशियों की उत्तेजना को बनाए रखने में भी मदद मिलती है.