भारत में गाड़ी चलाना जितना रोमांचक लगता है, उतना ही खतरनाक भी है. हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं, और अब एक नई रिपोर्ट ने भारत की भयावह स्थिति को उजागर किया है. अमेरिकी ड्राइवर ट्रेनिंग कंपनी Zutobi (जटौबी) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत 53 देशों की लिस्ट में 49वें नंबर पर है, यानी भारत दुनिया के पांच सबसे असुरक्षित देशों में शामिल है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड, अमेरिका और अर्जेंटीना के बाद भारत सबसे खतरनाक ड्राइविंग वाले देशों में आता है. वहीं, नॉर्वे दुनिया का सबसे सुरक्षित देश बना हुआ है, जहां सड़क दुर्घटनाओं की दर सबसे कम है.
भारत में सड़क दुर्घटनाओं के पीछे कौन-से कारण जिम्मेदार?
भारत में सड़क हादसों के बढ़ते ग्राफ का प्रमुख कारण ओवरस्पीडिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी है. रिपोर्ट के अनुसार, हर दिन औसतन 400 से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं.
दुनिया के सबसे खतरनाक और सबसे सुरक्षित देश
Zutobi की रिपोर्ट में दुनियाभर के 53 देशों की ड्राइविंग सुरक्षा रैंकिंग जारी की गई है.
सबसे असुरक्षित ड्राइविंग वाले देश-
| रैंक | 
			 देश  | 
			सुरक्षा स्कोर | 
| 
			 1.  | 
			दक्षिण अफ्रीका | 24.5-2.88 | 
		
| 2. | 
			 थाईलैंड  | 
			25.4-4.34 | 
| 
			 3.  | 
			
			 अमेरिका  | 
			14.2-4.49 | 
| 4. | 
			 अर्जेंटीना  | 
			18.8-5.22 | 
| 5. | 
			 भारत  | 
			14.6-5.30 | 
सबसे सुरक्षित ड्राइविंग वाले देश
| रैंक | 
			 देश  | 
			सुरक्षा स्कोर | 
| 
			 1.  | 
			नॉर्वे | 1.5-8.23 | 
		
| 2. | 
			 हंगरी  | 
			7.4-7.78 | 
| 
			 3.  | 
			
			 आइसलैंड  | 
			2.4-7.96 | 
| 4. | 
			 जापान  | 
			2.7-7.86 | 
| 5. | 
			 एस्टोनिया  | 
			4.7-7.80 | 
नॉर्वे कैसे बना सबसे सुरक्षित देश?
जहां भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश सड़क हादसों में आगे हैं, वहीं नॉर्वे लगातार चार साल से दुनिया का सबसे सुरक्षित ड्राइविंग देश बना हुआ है.
अमेरिका भी सड़क सुरक्षा में फेल!
अगर आपको लगता है कि अमेरिका जैसी महाशक्ति इस मामले में बेहतरीन होगी, तो आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका 51वें नंबर पर है!
अमेरिका में ट्रैफिक नियमों का पालन कमजोर है और कई राज्यों में ड्राइविंग के प्रति लापरवाही देखने को मिलती है. हालांकि, सड़क सुरक्षा सिर्फ
सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक की भी है. अगर हम सभी यह फैसला कर लें कि हम ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे, तो हम हजारों जिंदगियां बचा सकते हैं.
अगली बार जब आप गाड़ी चलाएं, तो स्पीड लिमिट का ध्यान रखें कि शराब पीकर ड्राइविंग न करें. अपने दोस्तों और परिवार को भी सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रेरित करें. अगर हर कोई अपनी जिम्मेदारी समझे, तो हम एक सुरक्षित और हादसों से मुक्त भारत बना सकते हैं!