तुर्की और अज़रबैजान को भारतीय सैलानियों की कमी से भारी नुकसान हो सकता है, क्योंकि भारत से बड़ी संख्या में टूरिस्ट वहाँ जाते हैं। भारत-पाकिस्तान कॉन्फ्रेंस के बाद यह साफ हो गया है कि कौन से देश भारत के साथ हैं और कौन से खिलाफ, जिससे द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित हो सकता है। कहा गया है कि "इसलिए ये स्पेस को वॉच आउट करना बहुत जरूरी है।"