
कुंभ राशि के जातकों को स्वास्थ्य और करियर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है. इस महीने प्रमुख ग्रहों की स्थिति अच्छी नहीं हो सकती है क्योंकि शनि पहले घर में अपनी ही चंद्र राशि में स्थित है. इस महीने बृहस्पति के तीसरे घर में रहने से उच्च स्तर के खर्चे हो सकते हैं जो इन जातकों के लिए असहनीय हो सकते हैं. पहले घर में अपनी ही राशि में शनि की स्थिति से इन जातकों को अपने करियर में अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिणाम, करियर में कठिन चुनौतियां और जिम्मेदारियां आदि का सामना करना पड़ सकता है. मंगल तीसरे घर के स्वामी के रूप में नौवें घर में स्थित है और मंगल की यह स्थिति करियर में लाभ के लिए एक उत्साहजनक स्थिति है और यह स्थिति इस राशि के जातकों के लिए प्रमोशन और भाग्य के लिए अच्छी लगती है.नवंबर का यह महीना आपके जीवन के लिए कैसा रहेगा, जानिए.
करियर में आएंगी चुनौतियां
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय उनके करियर के लिहाज से कठिन हो सकता है. करियर का कारक ग्रह शनि अपनी ही राशि में प्रथम भाव में होगा, जिससे इन जातकों का जीवन कठिन हो सकता है. इस महीने बृहस्पति तीसरे भाव में होगा, जो कि भाग्यशाली नहीं हो सकता है. पहले घर में अपनी ही राशि में स्थित शनि के कारण, ये जातक कम कार्य संतुष्टि के साथ अधिक चुनौतियों का सामना कर सकते हैं. हो सकता है कि इन जातकों को उनके द्वारा किए जा रहे काम के संबंध में पर्याप्त मान्यता न मिले. इन जातकों को काम में कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और इसके बाद नौकरी का दबाव भी रह सकता है. इस महीने शनि के प्रथम भाव में मौजूद होने से करियर को लेकर अनचाही यात्रा संभव हो सकती है. इस राशि के जातकों को अधिक कार्यभार लेने के कारण तनाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि दशम भाव के स्वामी के रूप में मंगल की नवम भाव में स्थिति इन जातकों को करियर में अच्छा प्रदर्शन करने और ऊंचे लक्ष्य हासिल करने में सक्षम बनाएगी. मंगल की इस स्थिति के कारण इस राशि के जातक अपने काम में अच्छे मानक स्थापित करने में मदद मिलेगी. इस राशि के जातकों के लिए पदोन्नति की संभावनाएं भी बढ़ेंगी.
धन की कमी हो सकती है
कुंभ राशि के जातकों के लिए धन की किस्मत पर सवालिया निशान लग सकता है क्योंकि शनि, केतु ग्रह अनुकूल स्थिति में नहीं हैं, इसलिए यह अच्छा नहीं हो सकता है. इस महीने के अंत में राहु दूसरे भाव में और केतु आठवें भाव में रहेगा और इसके कारण इन जातकों को धन की कमी हो सकती है. बृहस्पति तीसरे घर में होगा और इन जातकों के लिए जीवन थोड़ा कठिन हो सकता है. जातकों को धन के लेन-देन में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि नुकसान की संभावना हो सकती है. समस्याओं से बचने के लिए धन के लेन-देन में सावधानीपूर्वक और संक्षिप्त योजना बनाना आवश्यक हो सकता है. वरना इस राशि के जातकों को अधिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. यदि बृहस्पति तीसरे घर में हो तो पैसा यूं ही खत्म हो जाएगा. जो जातक व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें इस महीने मुनाफा बनाए रखने के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है.
पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
स्वास्थ्य के मामले में यह महीना कुछ ठीक नहीं रहेगा. पहले घर में शनि कुछ तनाव और पीठ दर्द से संबंधित समस्याएं पैदा कर सकता है. इन जातकों को किसी प्रकार की बेचैनी और चिंता बनी रह सकती है. इस माह नींद से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं. इन जातकों के लिए ध्यान और योग करना फायदेमंद रहेगा. इस राशि के जातकों को लंबी दूरी की यात्रा से बचने की ज़रूरत हो सकती है क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है जैसे पैरों में अकड़न. जातकों को समय पर भोजन करने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि पाचन संबंधी समस्याएं होने की संभावना हो सकती है. साथ ही, इस महीने तीसरे घर में बृहस्पति की उपस्थिति जातकों को सिरदर्द और हाई बीपी की समस्या हो सकती है.
दांपत्य जीवन में कलह हो सकती है
कुंभ राशि के जातकों के लिए विवाह और रोमांटिक रिश्तों अनुकूल नहीं हो सकते हैं क्योंकि शनि, प्राथमिक ग्रहों में से एक, वर्तमान में पहले घर में स्थित है. इसके अतिरिक्त, जिन जातकों ने अभी तक शादी नहीं की है उनकी सगाई या शादी में भी देरी हो सकती है. इस महीने बृहस्पति के तीसरे घर में स्थित होने के कारण विवाहित लोगों को अपने विवाह में कलह का अनुभव हो सकता है. तीसरे घर में बृहस्पति की स्थिति के परिणामस्वरूप इन लोगों को अपने प्रियजनों के साथ संचार संबंधी समस्याओं का अनुभव हो सकता है, जिससे उनके रोमांटिक रिश्तों में रोमांस कम हो सकता है. इस माह में इन जातकों को अहंकार संबंधी परेशानियां होने की संभावना बन सकती है. इस महीने शादी करने की इच्छा रखने वाले जातकों को अच्छे परिणाम देखने को नहीं मिलेंगे और शादी के संबंध में बड़ी योजनाओं को स्थगित करना ही बेहतर होगा.वहीं जो जातक शादीशुदा हैं उन्हें इस महीने में दांपत्य जीवन में खुशियां देखने को नहीं मिल सकती हैं. इस माह जातकों को तीखी बहस देखने को मिल सकती है.
सलाह
प्रत्येक शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करें.
प्रतिदिन 108 बार "ओम नमो नारायण" का जाप करें.
मंगलवार के दिन लाल फूलों से हनुमान जी की पूजा करें.