किसी व्यक्ति के बारे में भ्रम के कारण नकारात्मक कल्पना करना गलतफ़हमी कहलाता है. गलतफहमी का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव, वैवाहिक या प्रेम के मामलों में दिखता है. गलतफहमी के कारण अच्छे खासे रिश्ते बिगड़. गलतफहमी के पीछे कई कारण होते हैं. उनमें से एक कारण ग्रहों की चाल भी होती है. ग्रहों की चाल का कई बार लोगों को पता नहीं चल पाता और उनके रिश्ते में दरार आ जाती है. ऐसे में उन्हें उपाय के बारे में भी पता नहीं होता कि रिश्ते से गलतफहमी को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए.
ग्रहों से गलतफहमी का कनेक्शन
किसी व्यक्ति की कुंडली में चतुर्थ, पंचम, सप्तम और द्वादश भाव से व्यक्ति के मन की दशा देखी जाती है. चन्द्रमा, बुध और शुक्र ग्रह गलतफहमी को जन्म देते हैं और शनि, तथा राहु उसको हवा देते हैं. गलतफहमी होने के पीछे अगर राहु हो तो गलतफहमी खत्म ही नहीं होती, बल्कि कुछ बड़ा गंभीर घटित हो जाता है और रिश्ते टूटने की कगार पर आ जाते हैं.
गलतफहमी को कैसे दूर करें
ग्रहों के कारण या किसी अन्य कारण पति-पत्नी आपस में हुई गलतफहलमी को दूर करने के लिए 16 सोमवार का उपवास रखे. साथ ही रोज सुबह 11 माला "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें. इसके अलावा हर सोमवार को शिव मंदिर में दूध मिश्रित जल अर्पित करें. दोनों काले रंग का प्रयोग करना बिलकुल बंद कर दें.
अगर प्रेमी-प्रेमिका के बीच गलतफ़हमी हो तो रोज राधा कृष्ण की संयुक्त रूप से पूजा करें. उनके सामने मधुराष्टक का पाठ करें. साथ ही हर शुक्रवार को देवी मंदिर में सफेद बर्फी का प्रसाद चढ़ाए. इसके अलावा मंगलवार का उपवास रखें. ऐसा करने के प्रेमी-प्रेमिका के बीच से भी गलतफहमी दूर हो जाती है और उनका रिश्ता बेहतर और मजबूत बना रहता है.