
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया है. जिसमें भारतीय सेना ने आतंकियों के 9 ठिकानों को तबाह किया है. अगर वर्तमान समय में ज्योतिष के लिहाज से अध्ययन किया जाए तो भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की चंद्रमा की महादशा चल रही है. भारत की कुंडली में चंद्रमा की महादशा में सूर्य का अंतर दिखाई देता है, जो शस्त्र कारक है. एक नरम एक गरम ग्रह के प्रभाव से अभी अनिर्णय की स्थिति है और फिलहाल दोनों देशों के बीच युद्ध का योग नहीं दिख रहा है. लेकिन 10 जून के बाद मंगल ग्रह और राहु की युति होने से कुछ असामान्य स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं.
जंग को लेकर क्या कहता है ज्योतिष?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. भारत ने पाकिस्तान में आतंक के 9 ठिकानों को तबाह किया है. इसको देखते हुए अब ऐसा लग रहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हो गए हैं. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अध्ययन के बाद फिलहाल युद्ध का किसी तरह का संयोग बनता नहीं दिखाई पड़ रहा है. काशी के ज्योतिषाचार्य ने दोनों ही देश की कुंडली और चक्र बनाकर इसका बकायदे अध्ययन भी किया है.
ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि वर्ष 1947 के समय देश के विभाजन की बात की जाए तो उस समय कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि थी, जो रिक्ता तिथि मानी जाती है. वृष लग्न भले ही स्थिर लग्न होता है, लेकिन कर्क राशि का चंद्रमा स्थिर नहीं होता है. भारत देश की कुंडली उस समय में पंचग्रही योग का था. इसीलिए भारत धीरे-धीरे सशक्त और आत्मनिर्भर होता चला गया और पराक्रम योग होने से पड़ोसी के समय-समय पर किए जाने वाले असामान्य स्थिति को भी झेल लेता है.
पाकिस्तान क्यों करता है खुराफात-
ज्योतिषाचार्य ने आगे बताया कि अगर पाकिस्तान की कुंडली देखी जाए तो देश के विभाजन के समय उसकी कुंडली में चतुर्ग्रही योग था. इसीलिए हमेशा किसी न किसी प्रकार से हमारे देश के सीमा पर तैनात सैनिकों और निहत्थे नागरिकों की हत्या करवाकर हमेशा खुराफात किया करता है, क्योंकि उसकी दृढ़ इच्छा शक्ति न होने से और पड़ोसी देश इसका फायदा उठाते हैं. उन्होंने आगे बताया कि भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन्म कुंडली के विचार से इनकी कुंडली में वृश्चिक राशि है और वृश्चिक लग्न भी है. इनकी जन्म कुंडली में जन्मांग चक्र में उपस्थित ग्रह शत्रुहंता का योग भी बनाते हैं. मोदी की कुंडली में लग्न में मंगल विराजमान है और मंगल राहु से युक्त है. इसलिए हमारे प्रधानमंत्री को वह बाहुबली बनाते हैं. वह सारे विश्व की यात्रा निडर होकर करते हैं, लेकिन हमेशा चिंतातुर रहते हैं. उनकी कुंडली में बुध ग्रह के कारण भारत की कुंडली में नवमांश से विचार करने पर भारत की सैन्य शक्ति प्रबल दिखाई देती है.
पाकिस्तान युद्ध करता है तो क्या होगा?
ज्योतिषचार्य वेद प्रकाश मिश्रा ने आगे बताया कि पाकिस्तान की सैन्य शक्ति इतनी प्रबल नहीं दिखाई पड़ती और उसके पास पर्याप्त अन्न का भंडारण भी नहीं है. यदि युद्ध की स्थिति पाकिस्तान उत्पन्न करता है तो वहां भुखमरी फैल सकती है. 9 से 10 जून के आसपास मंगल ग्रह और राहु की युति होने से कुछ असामान्य स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, क्योंकि इस संवत्सर के राजा भी सूर्य हैं और मंत्री भी सूर्य हैं. मंगल का भी रक्त वर्ण है, सूर्य का गर्म स्वभाव विशेष परिस्थिति उत्पन्न कर सकता है. सूर्य संवत का राजा और मंत्री है. सूर्य मंगल और राहु कुछ भी कर सकते हैं, क्योंकि मानव जाति के लिए ग्रहण कभी भी लाभप्रद नहीं होता है. इसीलिए कुछ स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं.
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