आज के समय में लगभग हर व्यक्ति वाहन खरीदना चाहता है, लेकिन सभी को वाहन का सुख नहीं मिलता. ज्योतिष में कुंडली का चतुर्थ भाव वाहन सुख से संबंध रखता है, और शुक्र को वाहन से संबंध रखने वाला प्रमुख ग्रह माना जाता है. कुछ मामलों में शनि का संबंध भी वाहन से जोड़ा जाता है. वाहन का रंग उसकी समस्त ऊर्जा को प्रभावित करता है, और वाहन का नंबर उसे सुरक्षित रखने में सहायता करता है. काले रंग का वाहन अधिकतर लोगों के लिए अनुकूल नहीं होता है. वाहन के अंतिम चार अंकों का योग आठ नहीं होना चाहिए, जबकि छह का अंक बहुत अच्छा होता है. वाहन को साफ-सुथरा रखना, डैशबोर्ड पर देवी-देवता का चित्र लगाना, वाहन में नशा न करना और यात्रा से पहले ईश्वर का स्मरण करना महत्वपूर्ण है. मेष लग्न वालों के लिए नीले शेड्स के वाहन अच्छे होते हैं और उन्हें हनुमान जी का चित्र लगाना चाहिए. वृषभ लग्न वालों के पास वाहन होता है लेकिन अक्सर उन्हें वाहन संबंधी गड़बड़ियों का सामना करना पड़ता है. गुड लक स्पेशल में विभिन्न लग्न के जातकों के लिए वाहन के रंग और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की गई है, जिसमें प्रत्येक लग्न के अनुसार शुभ और अशुभ रंगों का विस्तृत विवरण दिया गया है. बताया गया है कि यदि किसी को अपने लग्न का ज्ञान न हो तो सफेद या क्रीम रंग की गाड़ी खरीदनी चाहिए, क्योंकि 'सफेद रंग कोई रंग नहीं है. सफेद रंग में सारे कलर पर्फेक्ट्ली मिले हुए रहते हैं, इसीलिए आपको कुछ समझ में नहीं आ रहा है तो आप सफेद रंग की गाड़ी खरीदिए. या क्रीम कलर की गाड़ी खरीदिए. ये सबको सूट करेगा.' सुरक्षित यात्रा के लिए वाहन में हनुमान जी, भगवान शिव, गणेश जी, भगवान कृष्ण या स्वस्तिक जैसे शुभ प्रतीकों को स्थापित करने और यात्रा से पहले उन्हें प्रणाम करने का सुझाव दिया गया है.