राशि परिवर्तन के समय बृहस्पति शनि से केंद्र में आ गये हैं. अष्टम भाव में मंगल राहु केतु अक्ष पर हैं. सूर्य और शनि का सम्बन्ध भी बन गया है. यह परिवर्तन दुनिया भर में उथल पुथल, युद्ध और दुर्घटनाओं की स्थिति दिखा रहा है. लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति में भी लगातार गिरावट आ सकती है. सत्ताधारी दल और संस्थानों के प्रमुखों की स्थिति में बदलाव हो सकता है.
In this video, Pandit Shailendra Pandey is telling about the impact of Jupiter's change in Taurus on the country and the world.