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Sawan 2023: जानिए शिव जी के महामृत्युंजय मंत्र का महत्व, क्या है जाप करने का नियम

इस मंत्र का जप असाध्य रोगों से मुक्ति और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है. इस मन्त्र में महामृत्युंजय स्वरूप में भगवान शिव, अमृत का कलश लेकर भक्त की रक्षा करते हैं. इस मंत्र का लघु चतुराक्षरी स्वरूप है - "ॐ हौं जूं सः". इसका जाप निरंतर किया जा सकता है. मृत संजीवनी महामृत्युंजय मन्त्र है. "ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूर्भवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनांन्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात |स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं ह्रौं ॐ ।". जब मृत्यु जैसी स्थिति हो, तब इस मंत्र का प्रयोग किया जाता है.

This mantra is chanted for getting rid of incurable diseases and for good health. In this mantra, Lord Shiva in the form of Mahamrityunjaya protects the devotee by taking the pot of nectar.