ज्योतिष में मंगल ग्रह को सेनापति कहा जाता है, जिसका मुख्य कार्य बीमारियों और समस्याओं से सुरक्षा करना है; यह ग्रह रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्वामी है. मंगल के कमजोर होने पर रक्त संबंधित समस्याएं, दुर्घटनाएं जिनमें चोट और खून बहना शामिल है, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, उच्च रक्तचाप, बार-बार बुखार आना और दवाइयों का शरीर पर रिएक्शन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. ज्योतिषीय उपायों में सप्ताह में एक दिन मंगलवार का उपवास रखना, चीनी के बजाय गुड़ का सेवन करना, जमीन पर या कम ऊंचाई वाले पलंग पर सोना और नियमित रूप से घड़े का पानी पीना मंगल को मजबूत करने में सहायक माने जाते हैं.