शनि की पीड़ा समाप्त करने के लिए लोहे का छल्ला धारण किया जाता है. यह छल्ला अगर घोड़े की नाल या नाव की कील से बना हो तो ज्यादा लाभकारी होता है. इस छल्ले को धारण करने के लिए जो अंगूठी बनाई जाती है , उसको आग में नहीं तपाया जाता. शनिवार को इसको सरसों के तेल में थोड़ी देर रख दें , फिर जल से धोकर दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें.
In this video, Pandit Shailendra Pandey is telling about the solution of wearing an iron ring to end the suffering of Saturn.