यह तिथि भगवान गणेश से सम्बन्ध रखती है. अतः वैवाहिक जीवन के विघ्ननाश के लिए इस व्रत को रखा जाता है. इस दिन भगवान गणेश ,गौरी तथा चंद्रमा की पूजा की जाती है. चंद्रमा को सामान्यतः आयु,सुख और शांति का कारक माना जाता है. इसलिए चंद्रमा की पूजा करके महिलाएं वैवाहिक जीवन मैं सुख शांति तथा पति की लम्बी आयु की कामना करती हैं.