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आज से 2 रु. महंगा हुआ मदर डेयरी का दूध, जानिए इसके ब्रांड बनने की कहानी

साल 1974 में बना मदर डेयरी मदर डेयरी आद घर घर पहुंच चुका है. मदर डेयरी को ब्रान्ड बनाने में एक गाय के कार्टून ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई, वहीं मदर डेयरी ब्रांड के नाम में 'मदर ' शब्द लोगों को खूब पंसद आया. मदर डेयरी  मां जैसी देख भाल करने पर जोर देता है.

Mother Dairy sells more than 30 lakh litres of milk per day in Delhi Mother Dairy sells more than 30 lakh litres of milk per day in Delhi
हाइलाइट्स
  • अमूल और मदर डेयरी के दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है

  • ये दरें 17 अगस्त यानी आज से लागू हो चुकी हैं.

अमूल और मदर डेयरी के दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर का इजाफा हुआ है, ये दरें 17 अगस्त यानी आज से लागू हो चुकी हैं. बता दें कि मार्च में इन प्रोडक्ट की कीमतों में इजाफा किया गया था.नई कीमतों के हिसाब से आधा लीटर अमूल गोल्ड की कीमत 31 रुपए और अमूल शक्ति की कीमत 28 रुपए कर दी गई है. वहीं मदर डेयरी के फुल क्रीम दूध की कीमत 59 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 61 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है. 

पहले अमूल गोल्ड की कीमत 30 रुपए प्रति 500 ml,अमूल ताजा 24 रुपए प्रति 500 ml, और अमूल शक्ति की कीमत 27 रुपए प्रति 500 ml थी. मदर डेयरी के फुल क्रीम दूध की कीमत अभी 59 रुपए प्रति लीटर थी. टोंड दूध 49 रुपए, डबल टोंड दूध 43 रुपए और गाय के दूध की कीमत 51 रुपए थी. अब इन सभी प्रोडक्ट के लिए  दो रुपए ज्यादा चुकाने होंगे. 

क्यों हुई कीमतों में बढ़ोत्तरी

अमूल ने कीमतों में बढ़ोतरी की वजह मिल्क प्रोडक्शन कॉस्ट और ऑपरेशन कॉस्ट बताया है. इस साल चारे की कीमतों में लगभग 20% का इजाफा हुआ है. इन बढ़ी हुई कीमतों को देखते हुए अमूल फेडरेशन से जुड़े दुग्ध संघों ने भी पिछले साल के मुकाबले किसानों के दूध खरीद मूल्य में 8-9% का इजाफा किया है. 

1974 में शुरू हुई थी कंपनी

मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर मार्केट में लीडिंग मिल्क सप्लायर में से एक है और हर दिन 30 लाख लीटर से ज्यादा दूध पॉली पैक और वेंडिंग मशीनों से बेचती है. मदर डेयरी को ब्रान्ड बनाने में एक गाय के कार्टून ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई. ये वही मदर डेयरी ब्रान्ड है जिसकी शुरुआत राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने 1974 में की थी. ये कंपनी घर की रोजाना की जरूरतों में इस्तेमाल होने वाली चीजों की भी बिक्री करता है. इसमें फल सब्जियां, जैम, दूध शामिल हैं. 

कंपनी ने अपने बूथ और खुदरा विक्रेताओं के जरिए दिल्ली और एनसीआर में अपनी पहचान एक ब्रांडेड दूध के रूप में बनाई है. दूध और दुग्ध उत्पादों की पेशकश के साथ इसने देश को उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिमी इलाकों में अपनी पहुंच बनाई. 

माँ जैसा कोई नहीं

मदर डेयरी ब्रांड के नाम में 'मदर ' शब्द लोगों को खूब पंसद आया. मदर डेयरी मां जैसी देख भाल करने पर जोर देता है. मदर डेयरी को ब्रान्ड बनाने में ये तकनीक भी खूब काम आई 

दिल्ली डेयरडेविल्स और मदर डेयर

बाजार में चुनौतियों के बावजूद मदर डेयरी ने अपना नाम अपने राज्य इंडियन प्रीमियर लीग ऑफ टी -20 क्रिकेट मैच टीम के साथ जोड़ने का फैसला किया, जिसमें क्रिकेट की बड़ी हस्तियां शामिल थीं.  ये बात सबको पता है कि क्रिकेट पूरे भारत में सबका चहेता है. ऐसे में मदर डेयरी ने अपनी ब्रान्डिंग के लिए क्रिकेट का सहारा लिया. फर्म ने हैप्पी फूड हैप्पी पीपल के वादे के साथ दिल्ली डेयरडेविल्स और मदर डेयरी के उपभोगताओं के बीच एक कड़ी बनाई. 

आज सिर्फ दिल्ली में मदर डेयरी के करीब 30 लाख लीटर से ज्यादा दूध पॉली पैक और वेंडिंग मशीनों में बेचे जाते हैं. वहीं अमूल की बात करें तो गुजरात के दो गांवों से 75 साल पहले 247 लीटर दूध से शुरू हुआ सफर आज 260 लाख लीटर पर पहुंच गया है.