
भारत में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बीते सालों में फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले 10 फीसदी बढ़े हैं. आपके साथ डिजिटल फ्रॉड हो तो तुरंत ये काम करें.
भारत का डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. पान की दुकान से रिक्शा तक सभी लोग लेन-देन के लिए डिजिटल का इस्तेमाल कर रहे हैं. एक क्लिक से लोग पेमेंट करते हैं. लगातार बढ़ रहे डिजिटल दुनिया में ठगी भी रही है. बड़ी संख्या में लोग स्कैम का शिकार हो रहे हैं.
हम सभी को कभी न कभी मिनी हार्ट अटैक आया है जब हमारे मोबाइल पर बैंक की तरफ से कोई अलर्ट का मैसेज आता है. कई बार पैसे कटने का मैसेज आता है जिसे आपने किया ही नहीं किया. अगर आपने भी ऐसा अनुभव किया है तो आप अकेले नहीं है. भारत में फाइनेंशियल फ्रॉड के केस काफी बढ़ रहे हैं. लोग इसके शिकार हो रहे हैं.
भारत में फाइनेंशियल फ्रॉड को लेकर आरबीआई ने हाल ही में एक डेटा जारी किया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, बीते दो सालों में इंडिया में डिजटल फ्रॉड केस में 10% की बढ़ोतरी हुई है. नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 के बाद से साइबर फ्रॉड के पीड़ितों ने 10,300 करोड़ रुपए गंवाए हैं.
साइबर फ्रॉड को लेकर NCRP को हर रोज 67 हजार से ज्यादा फोन कॉल्स आती हैं. भारत में डिजिटल फ्रॉड लगातार हो रहे हैं. अपराधी अलग-अलग तरीके से ठगी करते हैं. साइबर फ्रॉड ठगने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. ऐसे में अगर आपको फाइनेंशियल फ्रॉड का पता चलता है क्या करना चाहिए? आइए इस पर नजर डाल लेते हैं.
बैंक को कॉल
जैसे ही आपको स्कैम के बारे में पता चलता है सबसे पहले बैंक को फोन करें. ज्यादातर बैंक साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए 24/7 हेल्पलाइन ऑफर करते हैं. अपने बैंक को फोन करके जल्द से जल्द अकाउंट को फ्रीज करा दें. इससे आप बड़े डैमेज से बच सकते हैं.
बैंक बाजार डॉट कॉम के सीईओ अधिल शेट्टी ने NDTV को बताया, सबसे पहले आपको अपने बैंक को इस बारे में बताना है. अगर आप जल्दी करते हैं तो वे घोटाले को रोक सकते हैं. कई बार वे ट्रांजैक्शन को रिवर्स भी कर सकते हैं. आरबीआई की जीरो लाएबिलिटी पॉलिसी और अधिक सिक्योरिटी देती है. इस पॉलिसी के अनुसार, यदि आप तीन दिन के अंदर अनाधिकृत ट्रांजैक्शन की रिपोर्ट करते हैं तो आप किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे.
FIR दर्ज कराएं
बैंक को सूचना देने पर अपने अकाउंट को फ्रीज करा लें. इसके बाद पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाएं. साइबर फ्रॉड के मामले को लेकर भारत के साइबर क्राइम पोर्टल Cybercrime.gov.in पर भी रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं. एफआईआर दर्ज होने के बाद स्कैम में नुकसान हुए पैसे की भरपाई होने की उम्मीद बढ़ जाती है. 2023 में आरबीआई ने 4,071 साइबर फ्रॉड के केस दर्ज किए हैं.
इसके अलावा आप आरबीआई के बैंकिंग लोकपाल को इस घटना के बारे में बताएं. बैंकिंग लोकपाल आपके और आपके बैंक के बीच में मध्यस्थता का काम करते हैं. यदि घोटाले के मामले में देरी हो रही है तो बैंकिंग लोकपाल इस प्रोसेस में तेजी ला सकते हैं. इसके अलावा आप नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) में भी शिकायत कर सकते हैं.
आने वाले घोटालों से बचें
हाल ही में हुए डिजिटल घोटाले के नुकसान की भरपाई जरूरी है लेकिन आने वाले से स्कैम बचाव भी जरूरी है. इसके लिए समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें. साथ ही संदिग्ध ई-मेल को इग्नोर करें. इसके अलावा अंकाउट और सेफ रखने के लिए टू-फैक्टर को जरूर ऑन करें.
अधिल शेट्टी चेतावनी देते हुए कहते हैं, 'धोखेबाज किसी और होने के दिखावा करते हैं. साथ में आपकी तत्काल जरूरत का उठाते हैं. उदाहरण के लिए, आपको कॉल करके बोलेंगे कि आपने भेजे गए लिंक पर तुरंत पेमेंट नहीं किया तो आपकी लाइट काट दी जाएगी.' लोग घबराकर इस लिंक पर पेमेंट कर देते हैं और धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं.
2022 के एक सर्वे के अनुसार, भारत में 43 फीसदी स्कैम स्ट्रैस और एंगजायटी की वजह से होते हैं. ऐसा होने पर अपने आपको कम न आंके. अच्छे खासे जानकार के साथ भी ऐसा फ्रॉड हो सकता है. अगर आपके साथ ऐसा होता है तो तुरंत एक्शन लेना चाहिए. सबसे पहले बैंक को कॉल कर अकाउंट फ्रीज करवाएं. इसके बाद रिपोर्ट दर्ज करवाएं. आपके इस एक्शन से काफी हद तक डैमेज कम हो जाएगा. साथ ही भविष्य में ऐसे स्कैम को लेकर सतर्क रहें.