
देश 2047 तक विकसित भारत बनने का सपना देख रहा है. लेकिन कुछ राज्य ऐसे हैं जो इस सपने को उससे पहले ही साकार कर लेंगे. बिजनेस टुडे के India@100 समिट में 16वें वित्त आयोग के चेयरमैन डॉ. अरविंद पनगढ़िया ने देश की आर्थिक तस्वीर और भविष्य के संभावित टॉप राज्यों को लेकर बड़ा बयान दिया.
उन्होंने कहा कि भले ही 2047 में कौन-सा राज्य नंबर वन होगा ये कहना मुश्किल हो, लेकिन महाराष्ट्र जैसे राज्य इस रेस में काफी आगे हैं और विकसित देशों की श्रेणी में 2047 से पहले ही पहुंच सकते हैं.
'जहां समंदर, वहीं समृद्धि'
पनगढ़िया ने समिट में बताया कि दुनियाभर में देखा गया है कि अमीर देश या प्रदेश ज्यादातर समुद्र तट पर बसे होते हैं. यही ट्रेंड अब भारत में भी नजर आ रहा है. उन्होंने देश के 8 सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय (per capita income) वाले राज्यों की सूची दी. इसमें तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, हरियाणा और तेलंगाना शामिल है.
इनमें से 6 राज्य तटीय हैं. तेलंगाना पहले आंध्र प्रदेश का हिस्सा था, इसलिए वो भी तटीय माने जा सकते हैं और ग्लोबल IT नेटवर्क से जुड़ा है. हरियाणा का गुरुग्राम भी IT हब बन चुका है.
पनगढ़िया के मुताबिक, इन राज्यों में से तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना और कर्नाटक 2047 से बहुत पहले ही विश्व बैंक के 'विकसित देश' मानक $14,000 प्रति व्यक्ति आय का आंकड़ा पार कर लेंगे.
उन्होंने कहा, “ये राज्य पहले से ही काफी आगे निकल चुके हैं. इन्हें किसी सरकारी जबरदस्ती की जरूरत नहीं है. बाजार खुद ही अपना काम कर रहा है. लोग, संसाधन और निवेश अपने आप इन जगहों पर शिफ्ट हो रहे हैं.”
महाराष्ट्र की ग्रोथ स्थिर और मजबूत
जब पनगढ़िया से पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र 2047 तक भारत का नंबर वन राज्य बन सकता है, तो उन्होंने कहा, “नंबर वन बने या न बने, लेकिन महाराष्ट्र की दिशा एकदम साफ है. ये राज्य तय समय से पहले ही $14,000 की इनकम तक पहुंच जाएगा.” उन्होंने महाराष्ट्र की मजबूत अर्बन स्ट्रक्चर, इंडस्ट्रियल बेस और एंटरप्रेन्योरशिप की तारीफ की और कहा कि यह राज्य विकास की रफ्तार में किसी से पीछे नहीं है.
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