scorecardresearch

Diwali: दीपावली पर पांच लाख करोड़ से ज्यादा के कारोबार का अनुमान.. कैट बोली 'जीएसटी की कटौती से हुआ फायदा'

इस बार दिवाली पर सड़कों पर लगे ट्रैफिक से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि लोग किस कदर खरीददारी के लिए उतरे हैं. वहीं स्वदेशी सामान के लिए भी काफी मांग है.

Diwali 2025 Diwali 2025

दीपावली पर देश भर के बाजारों में जबरदस्त रौनक छाई हुई है. पर्व पर खरीददारी के मामले में पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए पांच लाख करोड़ रुपए का कारोबार करने का अनुमान है. देशभर में व्यापारी दिवाली उत्सव की खरीद-फरोख्त में व्यस्त हैं. दिल्ली सहित सभी छोटे-बड़े शहरों कस्बों की सड़कों पर ट्रैफिक भी बना व्यापार का पैमाना. अब त्योहारी बिक्री का आंकड़ा 5 लाख करोड़ पार करने की उम्मीद काफी सफल होती दिख रही है.

अनेक शहरों में बिक्री चरम पर
दीपावली का त्योहार इस बार देश के व्यापार जगत के लिए अपार खुशियां लेकर आया है. देशभर के बाजारों में अभूतपूर्व भीड़ और उत्साह देखने को मिल रहा है. दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, भोपाल, इंदौर, पटना, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक व्यापारी लगातार बिक्री में व्यस्त हैं.

स्वदेशी उत्पादों की बढ़ी मांग
चांदनी चौक से सांसद तथा कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जीएसटी दरों में व्यापक कटौती कर स्वदेशी उत्पादों के उपयोग की अपील की है. इससे व्यापार को नई गति मिली है. स्वदेशी उत्पादों की मांग में भारी वृद्धि हुई है. दिल्ली की सड़कों पर पिछले कुछ दिनों में बढ़ा हुआ ट्रैफिक इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि बाजारों में बिक्री चरम पर पहुंची हुई है.

कई क्षेत्र में बंपर खरीददारी
कैट के अनुसार, इस बार दीपावली सीज़न में व्यापार ₹5 लाख करोड़ से अधिक पहुंचने की पूरी संभावना है. जबकि पहले यह अनुमान ₹4.75 लाख करोड़ रुपये का था. साथ ही इवेंट मैनेजमेंट, उपहार पैकेजिंग, कैब सेवाएं, पोर्टर सेवाएं, ऑर्केस्ट्रा कलाकार, डेकोरेशन, आतिशबाज़ी, मिठाइयां और फूलों जैसे सेवा क्षेत्रों में भी बंपर कारोबार होने की उम्मीद है. बाजारों में इस बार मिट्टी के दीए, कैंडल्स, रंग-बिरंगी झालरें, पारंपरिक साज-सज्जा की वस्तुएं, सूखे मेवे, उपहार पैक, भारतीय परिधान, सोना-चांदी के आभूषण, घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, मिठाइयां और नमकीन की बिक्री अपने उच्चतम स्तर पर है. व्यापारी वर्ग उत्साहपूर्वक प्रधानमंत्री मोदी के “वोकल फॉर लोकल” संदेश को साकार कर रहा है.

किस दिन कौनसा पर्व
दीपावली पर्वों की श्रृंखला 18 अक्तूबर को धनतेरस, 19 अक्तूबर को नरक चतुर्दशी, 20 अक्तूबर को दीपावली, 22 अक्तूबर को गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव, 23 अक्तूबर को भैया दूज, 27–28 अक्तूबर को छठ पूजा, और 2 नवंबर को तुलसी विवाह के साथ जारी रहेगी. त्योहारी सीज़न के बाद देशभर में विवाह सीज़न का पहला चरण आरंभ होगा, जो 14 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान कपड़ा, ज्वेलरी, कैटरिंग, सजावट, यात्रा और होटल उद्योग में भी भारी व्यापार की संभावना है.