
कहते हैं कि सही मेहनत और लगन से कोई भी अपनी किस्मत बदल सकता है. आज दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने अपनी मेहनत से अपनी किस्मत बदली है. आज ऐसे ही एक शख्स की कहानी हम आपको बता रहे हैं. यह कहानी है चीन की टॉप डेयरी कंपनी, Mengniu Dairy के फाउंडर निउ जेनशेंग की, जिन्होंने साउथईस्ट एशियन आइसक्रीम ब्रांड, Aice को खड़ा किया. उनके बिजनेस का सालाना रेवेन्यू आज 3 बिलियन युआन (410 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से ज्यादा है. लेकिन क्या आपको बता है कि इस बिलेनियर को बचपन में ही उनके बायोलॉजिकल माता-पिता ने बेच दिया था?
माता-पिता ने 590 रुपये में बेचा
साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, निउ के जन्म के कुछ समय बाद ही, उनके माता-पिता ने गरीबी के कारण उन्हें मात्र 50 युआन (590 रुपये) में एक किसान को बेच दिया था. उनके किसान पिता ने उन्हें अपने जैसे ही पाला, लेकिन जिंदगी इतनी आसान नहीं थी. सिर्फ़ आठ साल की उम्र में, निउ को मज़दूरी करनी पड़ी, सड़कों पर झाड़ू लगानी पड़ी और छोटे-मोटे काम करने पड़े. कुछ समय बाद उनके एडॉप्टड माता-पिता का भी निधन हो गया.
डेयरी प्लांट में किया काम
निउ का बचपन आसान नहीं रहा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. साल 1983 में एक डेयरी प्लांट में उन्होंने बोतल धोने का काम शुरू किया. बाद में, यह प्लांट चीन की दूसरी डेयरी दिग्गज कंपनी यिली ने अधिग्रहण कर लिया. यहां पर निउ ने 10 साल से ज्यादा काम किया और अपनी काबिलियत के दम पर निउ यहां वाइस प्रेसीडेंट बन गए. तब वह सालाना एक मिलियन युआन से ज्यादा कमाते थे. लेकिन कुछ कारणवश उन्हें यहां से जॉब छोड़नी पड़ी.
अपना बिजनेस किया शुरू
साल 1999 में, 10 मिलियन युआन (US$1.4 मिलियन) के साथ, उन्होंने मेंगनीउ डेयरी की स्थापना की. उस समय, यिली की नेटवर्थ पहले से ही 1.2 बिलियन युआन थी. निउ ने हिम्मत नहीं हारी और चीन के ग्रामीण क्षेत्र को टारगेट किया. 2005 तक, मेंगनीउ ने चीन के टॉप डेयरी ब्रांड के रूप में यिली को पीछे छोड़ दिया. 2015 में, उन्होंने Aice के साथ दक्षिण पूर्व एशिया में एंट्री की. उनका टारगेट इंडोनेशिया के कम सैलरी वाले कंज्यूमर थे.
Aice ने कीमतें 900 से 1500 इंडोनेशियाई रुपिया (5 से 9 रुपये) के बीच रखीं और ड्यूरियन और नारियल के दूध वाली कॉफी जैसे अनुकूल स्वाद पेश किए. ब्रांड ने स्थानीय विक्रेताओं को मुफ्त फ्रीजर दिया और बिजली की लागत में सब्सिडी देकर भी मदद की. आज, यह कंपनी इंडोनेशिया के 1,200 जिलों में काम करती है और इस क्षेत्र के आइसक्रीम बाजार पर हावी है. निउ सोशल कामों में भी एक्टिव हैं. वह इनर मंगोलिया में गंभीर रूप से बीमार बच्चों के इलाज के लिए डोनेशन देते हैं और पूरे चीन में स्कूल स्थापित करने में मदद कर रहे हैं.