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Google's Alphabet Layoffs: गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के बारे में जानिए, जो कर रही 12 हजार कर्मचारियों की छंटनी

Google's Alphabet Layoffs: दुनियाभर में कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकाल रही है. अब इसी कड़ी में गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट भी दुनिया भर में लगभग 12,000 कर्मचारियों को निकालने जा रही है.

Google's Alphabet Layoffs Google's Alphabet Layoffs
हाइलाइट्स
  • सुंदर पिचाई अब गूगल और अल्फाबेट दोनों के CEO हैं

  • अल्फाबेट के अंडर आती हैं  20 कंपनियां 

Google's Alphabet Layoffs: दुनिया भर में बड़ी-बड़ी कंपनियां छटनी कर रही है. बड़े लेवल पर कर्मचारियों को निकाला जा रहा है. ऐसे ही गूगल (Google) की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट भी दुनिया भर में लगभग 12,000 कर्मचारियों को निकालने जा रही है. अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दुनियाभर में करीब 6 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बनाई जा रही है. बताते चलें कि अल्फाबेट कंपनी गूगल के समान नहीं है बल्कि ये कंपनी Google के पुनर्गठन के दौरान बनाई गई थी. गूगल से पहले अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, शेयरचैट, गोल्डमैन सैक्स जैसी दिग्गज कंपनियों ने भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है. 

कब लॉन्च हुई अल्फाबेट कंपनी?

अल्फाबेट इंक गूगल की मूल कंपनी है. इसे साल 2015 में गूगल के अलग-अलग नॉन सर्च बिजनेस को संभालने के लिए बनाया गया था. कंपनी के नाम की बात करें तो "अल्फाबेट, का मतलब है वो सभी अक्षरों के संग्रह जिससे कोई भी भाषा बनती है या भाषा के बुनियादी बिल्डिंग ब्लॉक्स जिससे बनाए जाते हैं.

वहीं गूगल मूल रूप से 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने स्थापित की थी. तब वे लोग पीएच.डी. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में छात्र थे. आज के समय में गूगल सर्च इंजन में सबसे ऊपर है. किसी को भी कुछ सर्च करना हो, मैप देखना हो, ईमेल से लेकर कई सुविधाओं के लिए हम आज गूगल पर निर्भर हैं. यही वजह है कि Google आज दुनिया की सबसे सफल और प्रभावशाली कंपनियों में से एक बन गई है. 

बता दें, सुंदर पिचाई अब गूगल और अल्फाबेट दोनों के सीईओ हैं. साथ ही पेज और ब्रिन अल्फाबेट के को-फाउंडर शेयरहोल्डर और बोर्ड के सदस्यों के रूप में एक्टिव हैं.

कैसे बनी अल्फाबेट कंपनी?

आज सभी अल्फाबेट की बात कर रहे हैं. जैसे-जैसे गूगल का विस्तार बढ़ता गया और अलग-अलग प्रोडक्ट्स इसके अंडर लॉन्च होते गए तो इसे अकेले संभालना मुश्किल हो गया. इसी को देखते हुए और मैनेजमेंट को आसान बनाने के लिए Google की मैनेजमेंट टीम ने होल्डिंग कंपनी के रूप में अल्फाबेट बनाने का निर्णय लिया. इस नई स्ट्रक्टरिंग के तहत, ये प्लान किया गया कि गूगल मेन सर्च इंजन रहेगा, जबकि दूसरे बिजनेसेस को अलग-अलग कंपनियों के रूप में अल्फाबेट के नीचे चलाया जाएगा. 

अल्फाबेट के बैनर तले ये 20 कंपनियां 

गौरतलब है कि आज अल्फाबेट के पास Google, Nest, Waymo, Calico, X, Verily, YouTube, Fitbit, DoubleClick, X Development सहित 20 से ज्यादा कंपनियां आती हैं. इस कंपनी की आज मार्किट वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है. आज ये दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे महंगी कंपनियों में से एक बन गई है.