IT Refund Scam: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अलर्ट! टैक्सपेयर्स से रिफंड के नाम पर हो रही ठगी, जानिए कैसे करें पहचान और बचाव?
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (IT) ने टैक्सपेयर्स को एक चेतावनी जारी की है. विभाग ने रिफंड के नाम पर हो रही ठगी से सतर्क रहने को कहा है. स्कैमर्स रिफंड का फर्जी ईमेल भेजकर ठगी की कोशिश करते हैं. ऐसे मेल और मैसेज से सतर्क रहने की जरूरत है.
Income Tax Refund Scam Alert (Photo Credit: Getty) - नई दिल्ली,
- 20 जुलाई 2025,
- (Updated 20 जुलाई 2025, 6:10 PM IST)
हाइलाइट्स
IT विभाग ने टैक्सपेयर्स को किया अलर्ट
रिफंड स्कैम के नाम पर हो रही ठगी
डिपार्टमेंट ने एक्स पर टैक्सपेयर्स को किया अलर्ट
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्सपेयर्स को रिफंड के नाम पर ठगी को लेकर सतर्क रहने को कहा है. आईटी विभाग ने बताया कि ठग रिफंड का फर्जी ईमेल भेजकर ठगी को कोशिश कर रहे हैं. ऐसे किसी भी तरह के ईमेल और मैसेज से सतर्क रहें. किसी से भी अपनी डिटेल शेयर न करें. साथ में ईमेल और मैसेज पर आए लिंक को क्लिक ने करें. रिफंड के नाम पर ठगने को कोशिश से आए ईमेल की पहचान कैसे करें और इससे कैसे बचें? आइए इस बारे में जानते हैं.
कैसे हो रही ठगी?
- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर चेतावनी दी है.
- विभाग ने बताया कि फेक इनकम टैक्स ईमेल की चेतावनी. फर्जी ईमेल टैक्सपेयर्स को भेजी जा रही है.
- ऐसे मेल में लिखा होता है कि आपको इनकम टैक्स की ओर से रिफंड का मेल आया है. इसके लिए आपको तुरंत मैन्युल वेरिफिकेशन करना पड़ेगा.
- विभाग ने बताया कि यह एक फिशिंग मेल है. डिपार्टमेंट मेल के जरिए बैंक और पर्सनल डिटेल्स नहीं मांगता है.
- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया कि ऐसे मेल और लिंक को बिल्कुल को क्लिक न करें. रिफंड के लिए इनकम टैक्स की ऑफिशियल पर चेक करें.
क्या है रिफंड स्कैम?
- इनकम टैक्स रिफंड के मैसेज काफी अपीलिंग लगते हैं. ऐसे मेल और मैसेज के झांसे में नहीं आना चाहिए.
- स्कैमर्स अक्सर आपकी पर्सनल और सेंसटिव जानकारी हासिल करने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट या बैंक का नाम लेते हैं.
- इस तरह के मेल और मैसेज का जवाब देने से पहले हमेशा जांच लें कि मैसेज असली है या नहीं.
- स्कैमर्स आमतौर पर ईमेल, एसएमएस या व्हाट्सएप के ज़रिए फ़र्ज़ी मैसेज भेजते हैं. मैसेज में दावा किया जाता है कि...
- आप टैक्स रिफंड के लिए पात्र हैं
- आपके रिटर्न में कोई समस्या आ रही है
- आपको अपना पैन या आधार दोबारा वेरिफाई करना होगा.
कैसे करें पहचान?
- अगर आपको मेल के जरिए कुछ देने का वादा किया जा रहा है. ऐसे मैसेज से सतर्क रहने की जरूरत है.
- क्या कोई आपको अचानक से रिफ़ंड का वादा कर रहा है?
- अभी वेरिफाई करें नहीं तो अपना रिफंड खो देंगे. ऐसे मैसेज स्कैमर्स ही भेजते हैं.
- ऐसे मेल Gmail जैसे नॉन-ऑफिशियल डोमेन से आते हैं. ऐसा मेल आते ही डिलीट कर दें.
- आपसे OTP, आधार या कार्ड नंबर जैसी पर्सनल डिटेल मांगी जाए तो भी ये रिफंड के नाम पर स्कैम करने की पहचान है.
कैसे बचें?
- ऐसे स्कैम से बचने के लिए सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है. को अपना लीजिए. सिर्फ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट incometax.gov.in का ही इस्तेमाल करें.
- किसी भी तरह के अनजान लिंक से सावधान रहें. उन पर क्लिक न करें.
- अपना OTP और पासवर्ड सुरक्षित रखें. ऐसी जानकारी किसी के साथ शेयर न करें.
- यदि आप किसी मैसेज को लेकर पक्का नहीं हैं तो उसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से वेरिफाई करें.
- अगर आपको कोई संदिग्ध ईमेल या SMS मिलता है तो इसकी रिपोर्ट cybercrime.gov.in पर करें.
- किसी फर्जी ईमेल पर क्लिक हो गया है तो तुरंत पासवर्ड बदलें. साथ ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और साइबर क्राइम को इसकी जानकारी दें.
रिफंड स्टेट्स कैसे चेक करें?
- इनकम टैक्स फाइल करने के बाद कई बार टैक्सपेयर्स कै पैसा देरी से आता है. इस वजह से टैक्सपेयर्स ऐसे मेल के झांसे में आ जाते हैं.
- रिफंड स्टे्टस चेक करने के लिए सबसे पहले इनकम टैक्स की आधिकारिक वेबसाइट incometax.gov.in पर जाएं.
- इनकम टैक्स के पोर्टल पर लॉग इन करें. PAN नंबर, पासवर्ड और कैप्चा डालकर लॉगिन करें. अगर रजिस्ट्रेशन नहीं है तो पहले रजिस्टर करें.
- लॉगिन करने के बाद डैशबोर्ड खुलेगा. यहां 'View Returns / Forms' ऑप्शन पर क्लिक करें.
- उस साल को सेलेक्ट करें जिसका रिफंड चेक करना है. यहां आपको रिफंड का स्टेट्स दिख जाएगा, जैसे कि प्रोसेस्ड, इश्यूड या फेल.
- रिफंड इश्यूड होने के बाद 5-10 दिन में पैसा बैंक अकाउंट में क्रेडिट हो जाता है.
- रिफंड स्टेट्स में इश्यू दिख रहा है लेकिन पैसा नहीं आया तो बैंक डिटेल्स या IFSC को चेक करें.
इनकम टैक्स रिफंड स्कैम से बचने के लिए सबसे जरूरी है सतर्कता और जागरूकता. किसी भी अनजान नंबर, ईमेल या मैसेज पर भरोसा न करें जो रिफंड दिलाने का वादा करें. इनकम टैक्स विभाग कभी भी आपके पर्सनल या बैंक डिटेल्स व्हाट्सएप, ईमेल या कॉल पर नहीं मांगता. हमेशा ऑफिशियल वेबसाइट या पोर्टल से ही रिफंड का स्टेटस चेक करें. अगर किसी संदिग्ध लिंक या कॉल से संपर्क होता है तो तुरंत उसे नजरअंदाज करें और साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें. सतर्क रहकर ही आप अपने पैसों और डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं.
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