
सदियां बीत गईं और कई साम्राज्य आए और गए, लेकिन एक चीज़ जिसने अपना मूल्य नहीं खोया, वह है सोना. सोना ऐसी संपत्ति है जिसमें हर कोई निवेश करने में रुचि रखता है. इतने सालों में सोने में निवेश की दर में कोई बदलाव नहीं आया है, लेकिन निवेश के तरीके में काफी बदलाव आया है. आजकल निवेशक या सोने के शौकीन लोग सोने में फिजिकल रूप से निवेश करने के अलावा गोल्ड बॉन्ड, डिजिटल गोल्ड और गोल्ड म्यूचुअल फंड में भी निवेश करने लगे हैं.
लेकिन सोने में निवेश करते समय किन बुनियादी दिशानिर्देशों का पालन किया जाना चाहिए, और सोने में निवेश की बुनियादी जानकारी क्या है? ये आज हम आपके बता रहे हैं.
सोने में निवेश क्यों करें?
1. हाई लिक्विडिटी
सोने को हमेशा से एक ऐसा निवेश माना गया है जिसे किसी भी स्थिति में आसानी से नकदी में बदला जा सकता है, और यह अभी भी एकमात्र ऐसा निवेश है जिसे भारत के सुदूर हिस्सों में भी लिक्विड माना जाता है.
2. स्टोर ऑफ वैल्यू
यह हमेशा कहा जाता है कि करंसी के बाद सोना मूल्य के सबसे अच्छे भंडारों में से एक है और इसे अन्य निवेशों की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है.
3. मुद्रास्फीति से बचाव
सोने में निवेश मुद्रास्फीति से बचाव करता है. सोना इन संपत्तियों में से है जो सबसे कम वॉलेटाइल है. सोने को बहुत आसानी से नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है.
सोने में निवेश के तरीके क्या हैं?
आप सोने में विभिन्न तरीकों से निवेश कर सकते हैं, जैसे:
सोने के स्टॉक और म्यूचुअल फंड का परफर्मेंस असली सोने से अलग हो सकता है. सोने की कीमत कई कारकों से निर्धारित होती है, जिसमें वस्तु की मांग और आपूर्ति, देश की आर्थिक स्थिति आदि शामिल हैं.
जबकि गोल्ड इंडस्ट्री में एक कंपनी सोने की कीमतों में बदलाव से तुरंत प्रभावित होती है, ऐसे अन्य कारक भी हैं जो इन कंपनियों के शेयरों की कीमत को प्रभावित करते हैं. परिणामस्वरूप, सोने के स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले कंपनी या योजना पर रिसर्च करें. ग्रो के अनुसार, अगर आप वास्तविक सोने में निवेश कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि इसे सुरक्षित स्थान पर रखा गया है.