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घर से दूर रहकर भी दे सकते हैं अपने पौधों को पानी, इस दंपति के स्टार्टअप ने किया मुमकिन, जानें इस अनोखे डिवाइस के बारे में

दीपिका और संतोष शेत ने अपनी नौकरी छोड़कर एक ऐसा स्टार्टअप शुरू किया है जिसके जरिए वे लोगों को घर से दूर रहते हुए भी पौधों में पानी देने का अनोखा समाधान दे रहे हैं.

Automation Watering System Automation Watering System
हाइलाइट्स
  • तकनीक से निकाला समाधान 

  • 5 जगह लगा चुके हैं डिवाइस

कई बार ट्रिप पर जाते समय या किसी भी काम के लिए घर सो निकलते समय लोगों को चिंता होती है कि उनके पेड़-पौधों को पानी कौन देगा? ऐसे में, लोग अपने पड़ोसियों को अपने पौधे देकर जाते हैं. लेकिन हर किसी के लिए यह कर पाना संभव नहीं है. इसलिए मंगलुरु के एक युवा दंपति ने इस परेशानी का हल खोजा है. 

यह कहानी है दीपिका और संतोष शेत की. इस दंपति ने अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए अपनी आईटी की नौकरी छोड़ दी. आज अपने स्टार्टअप के जरिए ये लोगों को घर से दूर होने पर गार्डन में पानी देने की समस्या का समाधान दे रहे हैं.  

तकनीक से निकाला समाधान 
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दंपत्ति द्वारा विकसित वाटरिंग ऑटोमेशन टूल, IOT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) प्लेटफॉर्म पर चलता है और इसे दुनिया के किसी भी कोने से वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है. यह आविष्कार दीपिका और संतोष की कड़ी मेहनत और लगन का नतीजा है, जिन्होंने लगभग एक साल तक इस टूल पर काम किया. 

बचपन से पौधों से प्यार करने वाले इस दंपति ने महसूस किया कि शहरों में काम करने वाले लोग बालकनी तक में पौधे नहीं रखते हैं और इसकी बड़ी वजह है कि उन्हें काम की व्यस्तता और किसी ट्रिप के दौरान पौधों को पानी देने का समय नहीं मिलता. और यहीं से दीपिका और संतोष को यह आईडिया मिला.

कैसे हुई शुरुआत
काम के तनाव का असर संतोष की सेहत पर पड़ने लगा था और उन्हें नींद ही नहीं आती थी. उनका कहना है कि आईटी की नौकरी ने उन्हें सब कुछ दिया. उन्होंने हायर लेवल पर एक सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम किया और दुनिया भर में यात्रा की. लेकिन फिर उन्हें लगने लगा कि उन्हें कुछ और करना है. 

हालांकि, कोविड-19 महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में उन्होंने यह फैसला किया. उन्होंने अपने डिवाइस पर काम करना शुरू किया. लेकिन यह आसान नहीं था. उन्हें फाइनल प्रोडक्ट तैयार करने में काफी समय लगा. उनका मिशन पानी देने को आसान बनाना और साथ ही पानी की बर्बादी को कम करना है. आम आदमी के शब्दों में इसे इंटरनेट से जुड़ा टैप कह सकते हैं. 

5 जगह लगा चुके हैं डिवाइस
ऊर्जा बचाने के लिए इस डिवाइस को फाइन-ट्यून किया गया है. यह बैटरी पर काम करता है जो छह महीने या उससे अधिक समय तक चलती है. यूजर को अपने फोन के लिए एक ऐप भी दिया जाता है जो बैटरी खत्म होने पर या ओवरहेड टैंक खाली होने पर यूजर को सूचित करता है. 

यूजर इस डिवाइस को अपने गार्डन में इंस्टॉल करने के बाद कहीं से भी इसे ऑपरेट करके बगीचे को पानी दे सकते हैं. यह उपकरण बड़े बगीचों या छोटी बालकनियों की पानी की जरूरतों को पूरा कर सकता है. अब तक मंगलुरु में पांच स्थानों पर वाटरिंग ऑटोमेशन डिवाइस लगाए जा चुके हैं. अधिक जानकारी के लिए http://www.ukshati.com पर जाएं या +918861567365 डायल करें.