Isak Andic (Photo: GettyImages)
Isak Andic (Photo: GettyImages) फैशन की दुनिया में मैंगो जाना माना नाम है. जारा को भी पीछे कर देने वाले ब्रांड के फाउंडर इसाक एंडिक (Isak Andic) की मौत हो गई है. 71 साल के इसाक की बार्सिलोना के पास एक ट्रेकिंग दुर्घटना में मौत हो गई. इसाक अपने पीछे फास्ट फैशन में क्रांति लाने वाला मैंगो ब्रांड को छोड़कर चले गए हैं. आपको बता दें आज मैंगो ब्रांड 120 देशों तक फैला है.
मैंगो की कहानी दो तुर्की भाइयों, इसाक और नहमान एंडिक (Nahman Andic) से शुरू होती है, जो 1960 के दशक में बार्सिलोना, स्पेन चले गए थे. बिजनेस भावना और फैशन में उनकी गहरी समझ के चलते उन्होंने कपड़ों के बिजनेस में कदम रखा, हाथ से कढ़ाई वाली टी-शर्ट बेचीं. 1984 तक, उनके इस बिजनेस आइडिया को रूप मिला और बार्सिलोना में उन्होंने अपना पहला मैंगो स्टोर खोला.
मैंगो फल पर रखा नाम
ब्रांड की कहानी ही नहीं बल्कि इसके नाम की कहानी भी काफी रोमांचक है. इसाक ने "मैंगो" (Mango) नाम मैंगो फल के ऊपर रखा था. एंडिक ने फिलीपींस की यात्रा के दौरान इसे चखा था. वह इसके स्वाद से काफी आकर्षित हुए थे. साथ ही ये भी कि इस शब्द का कई भाषाओं में एक ही उच्चारण किया जाता है. इसकी यूनिवर्सल अपील की वजह से ही ये फल ब्रांड की पहचान बना.
मैंगो ने छोटे पैमाने पर शुरुआत की, लेकिन दोनों संस्थापकों के बड़े सपने थे. 1988 तक, कंपनी ने पूरे स्पेन में 13 आउटलेट्स शुरू किए. सिर्फ चार साल बाद, 1992 में, मैंगो ने अपनी पहली इंटरनेशनल पहल की, और पुर्तगाल में दो स्टोर्स खोले. ये शुरुआती उपलब्धियां मैंगो को वैश्विक सनसनी बनने की ओर ले गईं.
फैशन ब्रांड की स्थापना
इसाक एंडिक के नेतृत्व में, मैंगो ब्रांड तेजी से आगे बढ़ता गया. 2000 के दशक के मध्य तक, यह स्पेन के प्रमुख फैशन ब्रांडों में से एक बन गया और ज़ारा जैसे पहले से पॉपुलर ब्रांड को टक्कर देने लगा. आज, मैंगो के 120 देशों में 2,700 से अधिक स्टोर्स हैं, और यह 15,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है, जिनमें 70% महिलाएं हैं.
मैंगो की सफलता में उसके फास्ट फैशन ने बड़ी भूमिका निभाई. डिजाइन को कॉन्सेप्ट से शॉप फ्लोर तक केवल दो से तीन सप्ताह में पहुंचाया गया. ट्रेंड्स पर पैनी नजर और किफायती कीमतों के साथ मैंगो ने युवा पेशेवरों और छात्रों को आकर्षित किया. यही इसके मेन कस्टमर्स थे. समय के साथ, इसने अपने प्रोडक्ट्स की कैटेगरी को और भी बढ़ा दिया. इसमें पुरुषों के कपड़े (2008), बच्चों के कपड़े (2012), और प्लस-साइज फैशन ("वायोलेटा" ब्रांड के तहत, 2013) को शामिल किया गया.
मैंगो की डिजाइन फिलॉसफी
मैंगो की डिजाइन फिलॉसफी हमेशा हाई क्वालिटी वाले, फैशनेबल प्रोडक्ट्स को सुलभ कीमतों पर उपलब्ध कराने पर आधारित रही है. इसकी कलेक्शन्स- जैकेट और जींस से लेकर शानदार ईवनिंग वियर तक यूरोपीय स्टाइल और मॉडर्न ट्रेंड्स का मिश्रण दिखाती हैं. इतना ही नहीं ब्रांड सभी साइज के कपड़े भी देता है.
बार्सिलोना स्थित मैंगो का फ्लैगशिप डिजाइन हब, हैंगर डिजाइन सेंटर, यूरोप का सबसे बड़ा सेंटर है. यहां 1,800 डिजाइनरों और क्रिएटिव्स की टीम काम करती है ताकि मैंगो फैशन के ट्रेंड्स लोगों तक पहुंचते रहें.
मार्केटिंग का जादू
मैंगो ने अपनी मार्केटिंग की ताकत को पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ाया है. इसमें टॉप मॉडल्स और हॉलीवुड स्टार्स जैसे नाओमी कैंपबेल, डकोटा जॉनसन, और पेनेलोप क्रूज़ के साथ पार्टनरशिप शामिल है, जिन्होंने ब्रांड को ग्लैमर और पहचान दिलाई. डिजिटल युग में, मैंगो ने सोशल मीडिया को अपनाया, यही वजह है कि इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर इसके लाखों फॉलोअर्स हैं.
2023 तक, मैंगो ने €3.1 बिलियन की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग बिक्री की. इसकी सफलता ने इसाक एंडिक को स्पेन के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक बना दिया. हालांकि, इसाक एंडिक ने फैशन की दुनिया को अलविदा कह दिया है, लेकिन मैंगो अभी भी आगे बढ़ रहा है. बार्सिलोना के एक छोटे स्टोर से लेकर एक ग्लोबल फैशन ब्रांड बनने तक का मैंगो का सफर अभी भी जारी है.