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Success Story: किचन से कारोबार तक... रजनी अग्रवाल ने खड़ा किया करोड़ों का कारोबार

उत्तर प्रदेश के एक गांव के रहने वाली रजनी अग्रवाल ने अपने पति पंकज अग्रवाल के साथ मिलकर साल 2017 में यमुनोत्री कैटल फीड इंडस्ट्रीज की शुरुआत की. आज कंपनी का सालाना टर्नओवर 3.06 करोड़ रुपए है. कंपनी ने 25 लोगों को रोजगार भी दिया है.

Yamunotri Cattle Feed Industries (Photo/Meta AI) Yamunotri Cattle Feed Industries (Photo/Meta AI)

कहा जाता है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत सच्ची हो तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है. एक ऐसी ही कहानी रजनी अग्रवाल की है, जिन्होंने लगन और मेहनत के दम पर ऐसा मुकाम हासिल किया, जिसके बारे में ज्यादातर लोग सोचकर ही घबरा जाते हैं. रजनी अग्रवाल और उनके पति पंकज कुमार अग्रवाल ने अपने सपनों को उड़ान दी और अपने गांव के 25 लोगों को रोजगार भी दिया. चलिए आपको उत्तर प्रदेश के रहने वाली रजनी अग्रवाल की सफलता की कहानी बताते हैं.

पहले खुदरा पशु आहार का करते थे कारोबार-
रजनी अग्रवाल एक सफल उद्यमी हैं. वो उन महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैं, जो कुछ अलग करना चाहती हैं. रजनी अग्रवाल और उनके पति पंकज कुमार पहले पशु आहार का खुदरा व्यापार करते थे. उनको इससे ज्यादा मुनाफा नहीं होता था. काफी मशक्कत के बाद फैमिली की जरूरतें पूरी होती थीं. रजनी को अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंता थी. वो अकसर सोचती थीं कि कैसे उसे अच्छी शिक्षा दिला पाएंगी और फैमिली की जीवन को बेहतर कर पाएंगी. रजनी फैमिली की जरूरतों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करती रहती थी.

PMEGP के बारे में मिली जानकारी-
लेकिन जल्द ही रजनी अग्रवाल को नया रास्ता मिल गया. एक दिन उनको एक नामी बैंक के जरिए MSME मंत्रालय की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद रजनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. फौरन रजनी ने इस योजना के तहत मिलने वाले कर्ज के बारे में जानकारी हासिल की. इसके बाद जैसे रजनी के सपनों को पंख लग गए. रजनी ने कर्ज के लिए आवेदन दिया, जिसको मंजूरी मिल गई.

साल 2017 में शुरू की यूनिट-
लोन मिलने के बाद रजनी अग्रवाल ने साल 2017 में एक नया कारोबार शुरू किया. उन्होंने इसका नाम यमुनोत्री कैटल फीड इंडस्ट्रीज रखा. शुरुआती दिनों में उनका रास्ता आसान नहीं था. उनको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. उनके पति को एक बीमारी से जूझना पड़ा. पंकज अग्रवाल को त्वचा रोग हो गया. इसके साथ ही दुनिया में कोराना फैल गया. रजनी के सामने ये दो बड़ी चुनौतियां थी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. रजनी ने दिन-रात मेहनत की. गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया. इसका फायदा उनको मिला. इसकी वजह से मार्केट में उनकी अलग पहचान बनी.

करोड़ों रुपए का टर्नओवर-
रजनी अग्रवाल अपने पति पकंज अग्रवाल के साथ मिलकर अपने कारोबार को आगे बढ़ाने लगीं. कंपनी अच्छा-खासा कारोबार करने लगी. आज यमुनोत्री फीड इंडस्ट्रीज कंपनी का सालाना टर्नओवर 3.06 करोड़ रुपए है. इस कंपनी के जरिए रजनी अग्रवाल ने 25 से ज्यादा लोगों को स्थाई रोजगार दिया है. 

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