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Shriram Group के फाउंडर R Thyagarajan ने दान किए 6210 करोड़ रुपए, अपने लिए सिर्फ घर-कार छोड़ी, जानें इस बिजनेसमैन के बारे में 

R Thyagarajan Shriram Group: आर त्यागराजन का जन्म तमिलनाडु के एक किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने गणित में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद कोलकाता में भारतीय सांख्यिकी संस्थान से मास्टर डिग्री हासिल की थी. 5 अप्रैल 1974 को श्रीराम ग्रुप की स्थापना की थी.

आर त्यागराजन ने दान किए करोड़ों रुपए आर त्यागराजन ने दान किए करोड़ों रुपए
हाइलाइट्स
  • 1 लाख 8 हजार लोगों को रोजगार देता है श्रीराम ग्रुप

  • त्यागराजन जीते हैं बहुत ही साधारण जीवन

श्रीराम ग्रुप के फाउंडर आर त्यागराजन ने अपने छोटे से घर और कार को छोड़कर सारी संपत्ति दान कर दी है. एक इंटरव्यू में 86 साल के त्यागराजन ने कहा कि मैंने 750 मिलियन डॉलर (करीब 6210 करोड़ रुपए ) का दान दिया है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह दान कब दिया है. त्यागराजन ने अपनी सारी हिस्सेदारी कर्मचारियों के एक समूह को दे दी. उन्होंने सारा पैसा श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दिया.

श्रीराम ग्रुप की स्थापना 1974 में की थी
श्रीराम ग्रुप की स्थापना 5 अप्रैल 1974 को आर त्यागराजन, एवीएस राजा और टी. जयारमन ने चेन्नई में की थी. ग्रुप की शुरुआत चिट फंड बिजनेस से हुई और बाद में ग्रुप ने लोन और इंश्योरेंस बिजनेस में प्रवेश किया. त्यागराजन ने कम आय वाले लोगों को लोन देकर अपना सम्राज्य बनाया है, जिन्हें बैंकों से कर्ज नहीं मिलता है. 

1,08,000 लोग इस ग्रुप में करते हैं काम 
श्रीराम ग्रुप में 1,08,000 लोग काम करते हैं. उनकी कंपनी ट्रकों, ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों के लिए समाज के गरीब वर्ग को ऋण देने में अग्रणी है. त्यागराजन ने इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने यह साबित करने के लिए कंपनी शुरू की थी कि बिना क्रेडिट इतिहास वाले लोगों को पैसा उधार देना जोखिम भरा नहीं है. प्रमुख कंपनी श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड का बाजार मूल्य लगभग 8.5 बिलियन डॉलर है. जून तिमाही में इसका मुनाफा करीब 200 मिलियन डॉलर रहा.

गरीबों को लोन देना समाजवाद का एक रूप
आर त्यागराजन ने कहा, मैं थोड़ा सा वामपंथी हूं, लेकिन मैं उन लोगों के जीवन से कुछ बुरा खत्म करना चाहता हूं जो समस्याओं में उलझे हुए हैं. इसके साथ ही त्यागराजन ने कहा कि मैं फाइनेंस इंडस्ट्री में यह साबित करने के लिए आया हूं कि बिना क्रेडिट हिस्ट्री और रेगुलर इनकम वाले लोगों को लोन देना उतना जोखिम भरा नहीं है जितना माना जाता है. आर त्यागराजन ने कहा कि गरीबों को लोन देना समाजवाद का एक रूप है. हमने लोगों को सस्ती दरों पर लोन देने की कोशिश की है.

तमिलनाडु के किसान परिवार में हुआ था जन्म
आर त्यागराजन का जन्म तमिलनाडु के एक किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने गणित में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और कोलकाता में भारतीय सांख्यिकी संस्थान से मास्टर डिग्री हासिल की. वह 1961 में न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी में शामिल हुए. वह दो दशकों तक कई वित्त कंपनियों में कर्मचारी के रूप में काम करते रहे. उन्होंने 37 साल की उम्र में व्यापार शुरू किया और अब समूह के पास 30 कंपनियां हैं. त्यागराजन के पास मोबाइल नहीं है, क्योंकि उनका मानना है कि इससे ध्यान भटकता है. वह एक छोटे से घर में रहते हैं.