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दोस्तों से उधार लेकर उदय कोटक ने शुरू की थी फाइनेंस कंपनी, फैमिली बिज़नेस छोड़ खुद के दम पर खड़ा किया अरबों का बैंक

Uday Kotak success story: उदय कोटक का जन्म 15 मार्च 1959 को मुंबई में एक अपर मिडिल क्लास फैमिली में हुआ. उस जमाने में उदय के पिता रमेश कोटक का कॉटन का बिजनेस हुआ करता था. उनके पिता बंटवारे के बाद कराची से भारत लौट आए.

उदय कोटक उदय कोटक
हाइलाइट्स
  • उदय कोटक आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है.

  • छोटे से ऑफिस से शुरू की फाइनेंस कंपनी

अरबपति बैंकर उदय कोटक का आज जन्मदिन है. उदय कोटक आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है. उदय कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं. उदय कोटक का जन्म 15 मार्च 1959 को मुंबई में एक अपर मिडिल क्लास फैमिली में हुआ. उस जमाने में उदय के पिता रमेश कोटक का कॉटन का बिजनेस हुआ करता था. उनके पिता बंटवारे के बाद कराची से भारत लौट आए. उदय की परवरिश बाबुलनाथ में 60 लोगों की जॉइंट फैमिली में हुई. उनके परिवार का मूल रूप से कॉटन और खेती का बिजनेस था. कोटक ने अपनी स्कूली शिक्षा हिंदी विद्या भवन में पूरी की. उदय ने सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से बी.कॉम की डिग्री ली. उन्होंने जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से पोस्ट-ग्रेजुएशन (M.com) किया.

क्रिकेट में थी उदय की दिलचस्पी

बचपन से ही उन्हें क्रिकेट में दिलचस्पी थी और गणित का भी शौक था. उदय स्कूल और कॉलेज के दिनों में क्रिकेट टीमों के कप्तान रहे. उन्होंने मुंबई में कांगा लीग खेली थी. वो क्रिकेटर के रूप में अपना करियर बनाना चाहते थे. उन्होंने अपने पैशन को फॉलो भी किया. लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मजूर था. सितंबर 1979 में मुंबई के आज़ाद मैदान में क्रिकेट खेलते हुए गेंद उनके सिर पर लगी. इसके बाद उनकी सर्जरी की गई और वे कुछ महीनों के लिए बेड रेस्ट पर आ गए. इस घटना ने उनके क्रिकेटर बनने के सपने पर पानी फेर दिया.

छोटे से ऑफिस से शुरू की फाइनेंस कंपनी

एमबीए कंप्लीट करने के बाद उदय Hindustan Unilever ज्वाइन करने ही वाले थे कि उनके दिमाग में बिजनेस करने का विचार आया. उन्होंने अपना फैमिली बिजनेस ज्वाइन कर लिया. बिजनेस में भी उनकी दिलचस्पी फाइनांस की तरफ ज्यादा थी. MBA करने के दौरान ही उदय कोटक ने अपने दम पर कुछ करने का फैसला लिया. 1980 के दशक की शुरुआत में उदय कोटक ने 300 फुट के ऑफिस स्पेस से नवसारी बिल्डिंग परिसर में अपनी छोटी फाइनेंस कंपनी शुरू की. उनके पिता ने उनका साथ दिया. उदय ने अपने इस बिजनेस को शुरू करने के लिए दोस्तों से उधार लिया. 

दोस्त आनंद महिंद्रा ने की मदद

कंपनी शुरू करने के लिए उदय के दोस्त आनंद महिंद्रा ने उन्हें पैसे दिए. इसलिए अदय ने अपनी कंपनी का नाम कोटक महिंद्रा रखा. यही छोटी सी फाइनेंस कंपनी आगे चलकर Kotak Mahindra बैंक बनी. जो आज भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक है.  2003 में आरबीआई ने उनकी कंपनी को बैंकिंग लाइसेंस प्रदान किया था. उदय ने बाजार की तुलना में कम रेट ऑफ इंटरेस्ट पर लोन देना शुरू किया. इसमें सफलता मिलने के बाद 23 साल की उम्र में उदय ने कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस लिमिटेड की शुरुआत की. ये पहले financial consultancy थी जो बाद में चलकर कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड बन गई.

14.8 अरब डॉलर है नेट वर्थ

उदय कोटक ने मैराथन रनर पल्लवी कोटक से शादी की है. उन्होंने डेटिंग के दो महीने के भीतर शादी कर ली. दोनों की पहली मुलाकात एक पार्टी में हुई और दोनों को प्यार हो गया. उदय को एक सफल बिजनेसमैन बनाने में पल्लवी का भी पूरा सपोर्ट रहा. उदय के एक बेटे हैं जय. जय भी पिता के कारोबार में हाथ बंटाते हैं. उदय कोटक का नेटवर्थ 14.8 अरब डॉलर आंकी जाती है. साथ ही उनकी सलाना सैलेरी करीब 36 करोड़ रुपये है.