
भारत के पॉपुलर डिजिटल पेमेंट सिस्टम UPI को AI और IoT के साथ इंटीग्रेट करके डेवलप किया जा रहा है. इसमें स्मार्ट डिवाइस (IoT) से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाएगी. साथ ही, ट्रांजैक्शन के लिए AI पावर्ड बातचीत भी हो सकेगी. इस तकनीक का उद्देश्य यूजर्स के लिए सुविधाओं को बढ़ाना है, खासकर पिछड़े इलाकों में. साथ ही, UPI और नए डिवाइसेज तक अपनी पहुंच बनाएगा.
इसका मतलब है कि अब UPI सिर्फ स्मार्टफोन तक नहीं बल्कि दूसरे डिवाइस जैसे रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, कार और यहां तक कि स्मार्टवॉच में भी उपलब्ध होगा. ये स्मार्ट टूल्स खुद से यूपीआई पेमेंट कर देंगे.
UPI का IoT वर्जन
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) यूपीआई का इंटरनेट-ऑफ थिंग्स (IoT) वर्जन बना रहा है. UPI को शुरू में स्मार्टफ़ोन के लिए डिज़ाइन किया गया था, अब IoT डिवाइसेज और वॉयस-आधारित इंटरैक्शन के लिए बनाया जा रहा है.
AI को आवाज के जरिए पेमेंट करने के लिए इंटीग्रेट किया जा रहा है, जिससे यूजर्स कई भाषाओं में वॉयस कमांड के माध्यम से UPI के साथ बातचीत कर सकते हैं. UPI को स्मार्ट टूल्स, वियरेबल टूल्स और कनेक्टेड व्हीकल्स जैसे कारों तक में इंटीग्रेट किया जा रहा है, जिससे ऑटोमैटिक पेमेंट हो सके.
खुद पेमेंट कर सकेंगे फ्रिज और कार
इस पूरी धारणा कि कल्पना ऐसे करें कि एक स्मार्ट रेफ्रिजरेटर ऑटोमैटिकली किराने का सामान ऑर्डर करता है और UPI के माध्यम से पेमेंट करता है. बताया जा रहा है कि इस अपग्रेडेशन के बाद कार खुद पार्किंग की पेमेंट करने में सक्षम होंगी. बियरेबल डिवाइस आपके लिए मेट्रो टिकट खरीद सकेंगी. इसी तरह स्मार्ट टीवी खुद सब्सक्रिप्शन की पेमेंट करेगा. वह भी बिना बैंकिंग एप या थर्ड पार्टी को खोले बिना.
फिलहाल, यह UPI पेमेंट्स सिर्फ मोबाइल फोन पर उपलब्ध हैं. लेकिन नए फीचर में डिवाइसेस को एक अलग वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) का उपयोग करके पमेंट प्रोसेस करने की सुविधा मिलेगी. यह यूजर्स की प्राथमिक यूपीआई आईडी से जुड़ा होगा. किसी डिवाइस को जोड़ना हो तो बस वन-टाइम पासवर्ड (OTP) की जरूरत होगी.