Mati Kala Fairs 
 Mati Kala Fairs राज्य के विभिन्न जिलों में आयोजित माटीकला मेलों में 4.20 करोड़ रुपये के हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री हुई है. लखनऊ, गोरखपुर, आगरा, कानपुर देहात और मुरादाबाद जैसे शहरों में लोगों ने जमकर हस्तशिल्प उत्पादों की खरीददारी की. पिछले वित्तीय वर्ष में लगाए लगए माटी कला मेलों में 3,29,28,410 रुपये के उत्पादों की बिक्री हुई थी. इसकी तुलना में इस बार लगभग 27.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.
माटीकला मेले में 4.20 करोड़ की रिकॉर्ड बिक्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष माटीकला मेलों का आयोजन करता है. इस बार विभिन्न जिलों में 10 दिवसीय, सात दिवसीय क्षेत्रीय व तीन दिवसीय लघु माटीकला मेले आयोजित किए गए थे. इन मेलों में कुल 691 दुकानें लगाई गईं थीं. इन दुकानों से नागरिकों ने हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार किए 4,20,46,322 रुपये के उत्पाद खरीदे.
लखनऊ में सबसे ज्यादा 1.22 करोड़ रुपये की बिक्री
लखनऊ के खादी भवन में 10 से 19 अक्टूबर तक आयोजित माटीकला महोत्सव में 56 दुकानों द्वारा 1,22,41,700 रुपये के उत्पादों की बिक्री की गई. गोरखपुर, आगरा, कानपुर देहात और मुरादाबाद में 13 से 19 अक्टूबर तक आयोजित सात दिवसीय क्षेत्रीय मेलों में 126 दुकानों से 78,84,410 रुपये के उत्पाद बेचे गए.
70 जिलों में लगे लघु मेले, 2.19 करोड़ की बिक्री
वहीं, 70 जिलों में 17 से 19 अक्टूबर तक आयोजित लघु माटीकला मेलों में लगाई गई 509 दुकानों के माध्यम से हस्तशिल्पियों ने 2,19,20,212 रुपये के उत्पादों की बिक्री की. बोर्ड द्वारा हस्तशिल्पियों की कला को संरक्षित करने, आर्थिक सुदृढ़ता, तकनीकी विकास और बिक्री की सुविधा बढ़ाने पर काम किया जा रहा है. सरकार ने माटीकल उद्योग से जुड़े प्रजापति समुदाय के लोगों के लिए गांव के तालाबों से मिट्टी निकालने की व्यवस्था निश्शुल्क कर दी है
कारीगरों की आर्थिक मजबूती पर फोकस
सीईओ खादी एवं ग्रामोद्योग माटीकला बोर्ड के महाप्रबंधक शिशिर ने बताया कि योगी सरकार के समग्र समर्थन और बोर्ड के लक्षित प्रयासों के परिणामस्वरूप कारीगरों को सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ने का अवसर मिला है. उन्होंने कहा कि मेलों में आए खरीदारों ने स्थानीय शिल्प व पारंपरिक उत्पादों को उत्साहपूर्वक अपनाया, जिससे कारीगरों की आय में वृद्धि हुई है तथा माटीकला उत्पादों की ब्रांड वैल्यू मजबूत हुई है.