
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सहाय की सरकार किसानों को बड़ी सौगात दी है. सरकार ने कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए. इस योजना का फायदा 24.72 लाख किसानों को हुआ. इसके तहत 13320 करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में भेजे गए. आपको बता दें कि राज्य सरकार ने फसल उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए और फसल की लागत में कमी करने के लिए इस योजना को लागू किया है.
क्या है कृषक उन्नति योजना-
छत्तीसगढ़ में किसानो को धान का दाम प्रति क्विंटल 3100 रुपए मिलता है. 2183 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से समर्थन मूल्य का भुगतान पहले ही किसानों को कर दिया गया था. अब सरकार ने प्रति क्विंटल पर 917 रुपए का भुगतान कृषक उन्नति योजना के तहत किया है औ सीधे किसानों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए हैं. इस तरह से सूबे के किसानों को धान का दाम प्रति क्विंटल 3100 रुपए मिल गया है.
144 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद-
सरकार ने खरीफ मार्केटिंग साल 2023-24 में किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ और 3100 रुपए प्रति क्विंटल के दर से 24 लाख से ज्यादा किसानों से 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदा है. किसानों के वर्तमान समर्थन मूल्य का भुगतान कर दिया गया है. कृषक उन्नति योजना के तहत समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को अंतर की राशि का भुगतान किया गया.
इस योजना का क्या है मकसद-
कृषक उन्नति योजना का मकसद किसानों की आय बढ़ाना और खेती की लागत कम करना है. इतना ही नहीं, फसल उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने का भी मकसद है. इसके तहत किसानों को उनसे खरीदे गए धान के आधार पर 19257 रुपए प्रति एकड़ की दर से मदद दी गई. छत्तीसगढ़ की करीब 70 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है. सूबे में धान का उत्पादन ज्यादा होता है. छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा भी कहा जाता है. इस योजना से किसानों की स्थिति में सुधार होगा.
मतहारी वंदन योजना-
किसानों को फायदा पहुंचना से पहले सरकार ने महिलाओं के खाते में भी सीधे पैसे भेजा है. सूबे की सरकार ने महतारी वंदन योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत हर पात्र महिला को हर महीने एक हजार रुपए भेजे जा रहे हैं. ये पैसे महिलाओं के खाते में सीधे भेजे जाएंगे. इस तरह से सालाना महिलाओं को 12000 रुपए का फायदा होगा. इस योजना का लाभ विवाहित महिलाओं को मिलेगा.
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