
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) बीते कुछ सालों में निवेश का बेहद लोकप्रिय तरीका बनकर उभरा है. मिडल क्लास के लिए एसआईपी सिर्फ एक इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं, बल्कि उनका रिटायरमेंट प्लान भी है. अगर आप भी एसआईपी में निवेश करके अपना रिटायरमेंट या फ्यूचर का कोई अन्य बड़ा खर्च प्लान करना चाहते हैं, तो इसे करने का सही तरीका भी मालूम होना चाहिए.
एसआईपी में 7-5-3-2 रूल का ज़िक्र कभी-कभी होता है, लेकिन यह कोई स्टैंडर्ड या आधिकारिक रूल नहीं है. यह एक अनौपचारिक दिशानिर्देश है जो कुछ निवेशक या सलाहकार एसआईपी के ज़रिए निवेश की रणनीति को समझाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. इसे अलग-अलग लोग अलग-अलग तरीके से परिभाषित कर सकते हैं. आमतौर पर, यह रूल निवेश की अवधि, आवृत्ति, राशि और रिटर्न की उम्मीदों को संतुलित करने के बारे में होता है. आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं.
SIP का 7-5-3-2 रूल क्या है?
7-5-3-2 रूल को एक निवेश रणनीति के रूप में देखा जा सकता है. यहां:
कुछ एक्सपर्ट्स इसे अलग तरह से परिभाषित कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, कुछ का कहना है कि यह रूल निवेश के लिए फंड्स के प्रकार या जोखिम के स्तर को दर्शाता है. लेकिन इसका मूल मंत्र है: लंबे वक्त तक निवेश करना, नियमित निवेश करना, पोर्टफोलियो में डाइवर्सिटी रखना और यथार्थवादी रिटर्न की उम्मीद करना.
एसआईपी में निवेश कैसे करें?
SIP में निवेश शुरू करना आसान है. ये स्टेप्स फॉलो करें:
20 साल में क्या नतीजे देगा एसआईपी?
एसआईपी की खासियत उसकी उम्र में है. एसआईपी जितनी लंबी होगी, मुनाफा उतना ही ज्यादा होने की संभावना है. मान लीजिए आप 25 साल की उम्र में हर महीने 5,000 रुपए की एसआईपी शुरू करते हैं. आप इसे 20 साल तक जारी रखते हैं और औसतन 12% वार्षिक रिटर्न (CAGR) मिलता है. यह रिटर्न इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लंबी अवधि में संभव है.
एसआईपी कैलकुलेशन :
- मासिक निवेश : ₹5,000
- अवधि : 20 साल (240 महीने)
- कुल निवेश : ₹5,000 × 240 = ₹12,00,000
- अनुमानित रिटर्न : 12% CAGR
- एसआईपी फॉर्मूला : M = P × ({[1 + i]^n – 1} / i) × (1 + i)
- यहां, M = परिपक्वता राशि, P = मासिक निवेश (₹5,000), i = मासिक रिटर्न (12% ÷ 12 = 1% = 0.01), n = कुल महीने (240)
एसआईपी कैलकुलेटर का उपयोग करके:
- 20 साल बाद कुल राशि : लगभग 49,95,740 रुपए
- लाभ : 49,95,740 - 12,00,000 = 37,95,740 लाख
यानी आपने 20 साल में 12 लाख रुपए निवेश किया और आपको लगभग 50 लाख रुपए मिले. इसमें 38 लाख रुपए का मुनाफा है. अगर आप 35 साल की उम्र में शुरू करते, तो 10 साल कम होने की वजह से आपका कॉर्पस सिर्फ 11.61 लाख रुपए होता. वहीं अगर आप 26 साल इंतज़ार करते हैं तो यह एसआईपी एक करोड़ की भी हो सकती है. यानी, जल्दी शुरू करने से आपका धन कई गुना ज्यादा बढ़ सकता है.
लिहाज़ा ज़्यादा सोचें नहीं. जितनी जल्दी एसआईपी शुरू करेंगे, उतना ज्यादा कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा. अलग-अलग फंड्स में निवेश करें ताकि जोखिम कम हो. बाजार में उतार-चढ़ाव के प्रति धैर्य रखें. अगर आपको फंड चुनने में दिक्कत हो, तो किसी विश्वसनीय सलाहकार की मदद लें.